Patna: बिहार के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों की समस्याओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (cm nitish kumar)ने सोमवार को जनता के दरबार में सुना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को मामले की जांच कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनता के दरबार कार्यक्रम में सुपौल आई एक महिला ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि उनके शिक्षक पति द्वारा उन्हें और बच्चे को छोड़ दिया गया है। गोपालगंज के एक व्यक्ति ने कहा कि किराएदार ने उनके मकान पर कब्जा कर लिया है। भागलपुर के एक युवक ने निजी जमीन को जबरन रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाए जाने की शिकायत की। भोजपुर के एक युवक ने कहा कि रैयती जमीन उसके पिताजी के नाम से थी जिसका दूसरे व्यक्ति के नाम से म्यूटेशन कर दिया गया है। सहरसा की एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि मेरे पति दिव्यांग हैं, मेरे ससुर की हत्या कर दी गई और दबंगों द्वारा मेरी जमीन को हड़पने को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है।
समस्तीपुर की एक महिला ने कहा कि मेरे पति की हत्या कर दी गई। मामले में आरोपित के गिरफ्तारी के लिए लगातार गुहार लगाकर थक गई। जहानाबाद की एक महिला ने कहा कि सास-ससुर द्वारा उसे घर से निकाल दिया गया है। मधेपुरा के एक युवक ने कहा कि उसके मां के नाम से डेढ़ कट्ठा जमीन है जब भी जमीन पर निर्माण कार्य करने का प्रयास करता हूं असामाजिक तत्व रोक लगा देते हैं। अरवल से एक युवक ने कहा कि 2019 से धानुक जाति का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा है, जिससे कोई भी फॉर्म भरने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बक्सर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि उसका अपहरण कर जमीन की रजिस्ट्री जबरन करा ली गयी, जिसकी शिकायत करने पर किसी प्रकार की अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बक्सर जिले से ही आए रिटायर्ड रेलवे अधिकारी ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा उनके मकान को तोड़कर कब्जा कर लिया गया है और लाखों की संपत्ति लूट ली गई है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को मामले की जांच कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।