जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परषिद की बैठक, बाहर गूंजने लगी आजाद बलूचिस्तान की मांग

Geneva: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लोग पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों और मौलिक अधिकारों के हनन से खासे परेशान हैं। यहं तक की पाकिस्तानी सेना लोगों की हत्याएं तक कर रही है। इन सब के बीच जेनेवा में चल रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद बैठक स्थल के सामने आजाद बलूचिस्तान की मांग गूंजी। बलूचिस्तान की आजादी के समर्थन में पोस्टर-बैनर लगाने के साथ पाकिस्तानी सेना के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के कार्यालय के बाहर बलूचिस्तान की आजादी के समर्थकों ने तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इस फोटो प्रदर्शनी के जरिये बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकारों के हनन को दर्शाया गया है।

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बलोच वॉइस एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनीर मेंगल के अनुसार, वे लोग संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक के बीच जेनेवा में बैठक स्थल के सामने एकत्र होकर संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्यान बलूचिस्तान की तरफ आकर्षित करना चाहते हैं। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना लोगों को मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। वहां पाकिस्तानी सेना बलूचों पर कहर ढा रही है। पाकिस्तानी सेना लोगों का अपहरण कर लेती है और जिन लोगों का अपहरण किया जाता है, उनके शव अलग-अलग इलाकों में मिलते हैं। उन्होंने पाकिस्तान से मुक्त आजाद बलूचिस्तान की मांग की।

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