साइंस। अंतरिक्ष में एक शैतान तारा मिला है, जिससे निकली ऊर्जा की एक लहर हमारे सूरज की ताकत से करोड़ों गुना ज्यादा है. इस तारे ने एक सेकेंड के दसवें हिस्से में इतनी ऊर्जा छोड़ दी, जितना हमारा सूरज एक लाख साल में उगलता. यह तारा एक घना मैग्नेटिक स्टार है. ऐसे तारे को मैग्नेटार (Magnetar) कहते हैं. यह एक न्यूट्रॉन स्टार (Neutron Star) है.
इस शैतान तारे का नाम है GRB2001415. इसने बिना किसी चेतावनी के अंतरिक्ष में ऐसी ऊर्जा की लहर फेंकी, जिससे कई तारों में भूकंप आ गया. इस भूकंप को स्टारक्वेक (Starquake) कहते हैं. यह हमारे सूरज से हजारों गुना ज्यादा चमकदार है. इसके बारे में वैज्ञानिकों को ज्यादा जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है, क्योंकि यह काफी दूर स्थित है. लेकिन वैज्ञानिकों ने हाल ही में इस तारे से निकली एक ऊर्जा की लहर को देखा.
स्पैनिश जर्नल ruvid में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मैग्नेटार ने एक सेकेंड के 10वें हिस्से में इतनी ज्यादा ऊर्जा वाली लहर फेंकी, जितनी ऊर्जा हमारा सूरज एक लाख साल में देता. न्यूट्रॉन स्टार का जन्म तब होता है, जब कोई बड़ा तारा अपनी जिंदगी खत्म कर रहा होता है. जैसे ही तारा सुपरनोवा में बदलता है, उसके केंद्र में मौजूद प्रोटोन्स और इलेक्ट्रॉन्स टूटते हैं. वह उच्च गति में घूमते हुए अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण पैदा करते हैं. जिससे भयानक चुंबकीय शक्ति की उत्पत्ति होती है.
नासा के मुताबिक न्यूट्रॉन स्टार 1.3 से 2.5 सोलर मास के बराबर होता है. एक सोलर मास यानी हमारे सूरज का वजन. या फिर 3.30 लाख धरती के बराबर का वजन. न्यूट्रॉन स्टार में पदार्थ इतने ज्यादा घनत्व के साथ जुड़े होते हैं, कि अगर वो एक चीनी के क्यूब के बराबर भी हुआ तो वह 100 करोड़ टन के बराबर वजन का होगा. इसकी चुंबकीय शक्ति इतनी ज्यादा होती है कि जितनी 1000 हाइड्रोजन बम के बराबर नहीं होती.
इन मैग्नेटार को खोजा है स्पैनिश रिसर्च काउंसिल के इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोफिजिक्स ऑफ एंडालूसिया के प्रोफेसर अलबर्टो जे. कास्त्रो टिराडो और उनकी टीम ने. अलबर्टो ने बताया कि मैग्नेटार में एक हजार न्यूट्रॉन स्टार से ज्यादा ताकत होती है. यह कोई सामान्य न्यूट्रॉन स्टार नहीं है. इसके सामने हमारा सूरज कुछ भी नहीं है. अगर कोई मैग्नेटार शांत भी है, तो भी वह हमारे सूरज से 1 लाख गुना ज्यादा चमकदार होगा।
UV इमेज प्रोसेसिंग लेबोरेटरी के डायरेक्टर और इस मैग्नेटार की स्टडी करने वाले दूसरे साइंटिस्ट विक्टर रेगलेरो ने कहा कि यह तारा स्क्ल्पटर गैलेक्सी (Sculptor Galaxy) में स्थित है. यह एक घुमावदार आकाशगंगा है, जो हमारी धरती से 1.30 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर स्थित है. यह तारा सही मायने में ‘अंतरिक्ष का शैतान’ (Cosmic Monster) है. अलबर्टो और विक्टर ने इस तारे से निकली ऊर्जा की लहर 15 अप्रैल 2020 को देखा था. उसके बाद से इसकी स्टडी कर रहे थे.
स्टडी करने के लिए अलबर्टो और विक्टर ने एटमॉस्फेयर-स्पेस इंटरैक्शन मॉनिटर (ASIM) का उपयोग किया था. यह यंत्र अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर तैनात है. जिसके बारे में 22 दिसंबर को Nature जर्नल में रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ASIM की मदद से इसकी ऊर्जा वाली लहर का विश्लेषण किया गया. तो पता चला कि यह ऊर्जा लहर मात्र 0.16 सेकेंड्स के लिए ही निकली थी. लेकिन यह बेहद भयावह और ताकतवर थी.
इस ऊर्जा लहर की स्टडी करने में वैज्ञानिकों को एक साल से ज्यादा का समय लग गया. इसके बाद वो इन नतीजों पर पहुंचे जो आप इस न्यूज रिपोर्ट में पढ़ रहे हैं. सोचिए वैज्ञानिकों का काम कितना कठिन होता है कि ASIM के दो सेकेंड के डेटा की स्टडी करने के लिए उन्हें एक साल से ज्यादा का समय लग गया. इस तारे की चुंबकीय शक्ति इतनी ज्यादा है कि इसके आसपास कोई भी तारा इसके टकराने की स्थिति में चक्कर लगा रहा है.
दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने अब तक सिर्फ 30 मैग्नेटार खोजे हैं. करीब 3 हजार न्यूट्रॉन स्टार्स की खोज की गई है. लेकिन इस बार जो ऊर्जा की लहर निकलती देखी गई है, वो अब तक की सबसे ज्यादा दूरी पर मौजूद थी. ऐसी ऊर्जा की लहर तारों के अंदर आने वाले भूकंप की वजह से निकलते हैं. साथ ही उनकी लहर जब बाहर निकलती है, तो आसपास के तारों और ग्रहों में भी ऐसे स्टारक्वेक्स आते हैं. न्यूट्रॉन स्टार को खोजना बादलों की वजह से थोड़ा मुश्किल होता है.