भोपाल। मध्य प्रदेश में फिल्म द केरला स्टोरी को लेकर घमासान जारी है। एक तरफ जहां भाजपा नेता फिल्म देखने जा रहे हैं और दूसरों से भी इसे देखने की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। कांग्रेस के विरोध के बीच मप्र के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के लिए इसी फिल्म की दो टिकट बुक कर दोनों नेताओं से टॉकीज जाकर देखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि दिग्गी और कमलनाथ को यह फिल्म देखनी चाहिए क्योंकि फिल्म देखने के बाद उनके विरोध का दृष्टिकोण बदल जाएगा।
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने दो टिकट लिए है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को भेज रहा हूं। शायद फिल्म देखकर उनका दृष्टिकोण बदलें। क्योंकि यह फिल्म जाकिर नाइक को शांति दूत कहने वालों को जरूर देखना चाहिए। मिश्रा ने कहा यह फिल्म बाटला हाउस पर आंसू बहाने वालों, ओसामा को ओसामा जी कहने वालों और खरगोन के दंगे और उसके बाद की कार्रवाई से दुखी होने वालों को जरूर देखनी चाहिए। फिल्म देखने के बाद आपके विरोध का दृष्टिकोण बदल जाएगा।
मणिपुर में फंसे बच्चों की सुरक्षित वापसी होगी
मणिपुर में फंसे प्रदेश के बच्चों की वापसी पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि मणिपुर में हमारे प्रदेश के 20 लोग हैं, 12 के नंबर मिल गए हैं। मणिपुर के सीएम से मुख्यमंत्री शिवराज की बात हुई है। हम भी बच्चों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ बच्चों ने आने की स्वीकृति दी है, कुछ बच्चों का कहना है कि हम सुरक्षित हैं। बच्चों को पहले कोलकाता लाया जाएगा उसके बाद रूटीन फ्लाइट से मध्यप्रदेश लाया जाएगा। मध्यप्रदेश और मणिपुर के गृह विभाग और पुलिस के अधिकारी भी उच्चस्तर पर चर्चा कर रहे हैं। जल्द ही मध्यप्रदेश के सभी बच्चों की सुरक्षित वापसी होगी।
खड़गे खड़े थे और राहुल- सोनिया बैठे थे
गृहमंत्री ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे द्वारा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी को ‘खड़ाऊ’ अध्यक्ष कहने पर आपत्ति करने वालों को कर्नाटक चुनाव प्रचार के उन दृश्यों को जरूर देख लेना चाहिए कि किस प्रकार से खड़गे जी मंच पर हाथ जोड़कर खड़े हैं, जबकि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी मंच पर विराजमान हैं।शायद जो मैंने कहा था आपको ठीक लगेगा।
कमलनाथ पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार में बल्लभ भवन भ्रष्टाचार का अड्डा बना था इसलिए उन्हें चिंता सता रही है। छिंदवाड़ा में हार से बाल बाल बचे थे। महिला सम्मान योजना पर कहा कि छिंदवाड़ा तक ही फॉर्म भर कर रह जाएंगे यह योजना भी वर्चुअल रहने वाली है। पहले किसानों के साथ छल किया और अब बहनों के साथ छल करने वाले हैं। कमलनाथ की “नारी सम्मान योजना” का भी हश्र वही होने वाला है जो कांग्रेस की “किसान कर्ज माफी योजना” का हुआ था। माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी की “लाड़ली बहना योजना” “एक्चुअल” है, जबकि कमलनाथ की “नारी सम्मान योजना” “वर्चुअल”। बहनों को कुछ देना है नहीं, इसलिए फार्म भी उसी तरीके से भरवाए जा रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि कमलनाथ जी को समझ लेना चाहिए कि काठ की हांडी एक बार ही चढ़ती है, बार बार नहीं।