Jaipur: गणेश जन्मोत्सव, गणेश चतुर्थी, 19 सितंबर से मनाया जाएगा। इससे पहले ही राजधानी जयपुर में सोमवार को पुष्य नक्षत्र के साथ ही सभी गणेशजी मंदिर में गणेश चतुर्थी का उल्लास शुरू हो चुका है। गजानन महाराज का पुष्य अभिषेक व ध्वज पूजन के साथ जन्मोत्सव के कार्यक्रम शुरू हुए। इस दौरान मंदिर परिसर में गणेशजी महाराज के जयकारे गूंज उठे। इस विशेष अवसर पर शहर के गढ़ गणेश मंदिर, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, नहर के गणेश जी, श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर, ध्वजा धीश गणेश, परकोटे वाले गणेश मंदिर सहित गणेश विभिन्न मंदिरों में पंचामृत अभिषेक व विशेष श्रृंगार किया गया।
मोती डूंगरी महन्त के सान्निध्य में सोमवार सुबह संकल्प लेकर भगवान गणेशजी महाराज का पंचामृत अभिषेक किया गया। गजानन महाराज का 251 किलो दूध, 25 किलो बूरा, 50 किलो दही, 11 किलो शहद, 11 किलो घी का के पंचामृत से अभिषेक हुआ, उसके बाद गुलाब जल एवं केवड़ा जल के बाद शुद्ध जल से अभिषेक किया गया। इससे पहले 501 महिलाएं कलश यात्रा के साथ मंदिर पहुंची। अभिषेक के बाद भक्तों को रक्षा सूत्र व हल्दी प्रसाद बांटा जा रहा है। इसके बाद ध्वज पूजन कर नवीन ध्वजा धारण करवाई गई। गणेश जी महाराज को 108 मोदक अर्पित किए जा रहे है। मोदक अर्पण 17 सितंबर तक चलेगा।
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शहर के गणेश जी मंदिरों में हुआ गजानन का पुष्य अभिषेक
वहीं पुष्य नक्षत्र पर सोमवार शहर के गणेश जी मंदिरों में गजानन का पुष्य अभिषेक किया गया। ब्रह्मपुरी माउंट रोड स्थित नहर के गणेशजी मंदिर में महंत जय शर्मा के सान्निध्य में सुबह गणपति अथर्वशीर्ष व मंत्रोच्चार के बीच गणेश जी महाराज का पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके बाद गजानन महाराज को नवीन पोशाक धारण करवाई गई। शाम को 251 दीपकों से महाआरती हुई। सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक गणेश जी मंदिर में महंत मोहनलाल शर्मा के सान्निध्य में गजानन महाराज के दुग्धाभिषेक किया गया। इसके बाद गणेश जी महाराज का विशेष श्रृंगार किया गया।