गोंडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोंडा में मंडलीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सरकार के आठ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 25 से 27 मार्च तक सभी जिला मुख्यालय पर लगने वाले मेलों में केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियां व विकास योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाए। सोहेलवा वन्यजीव अभ्यारण का नाम बदलकर सुहेलदेव वन्यजीव अभ्यारण रखा जाए। मुख्यमंत्री ने गोंडा सहित वर्चुअली जुड़े बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती के जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को भी सुना और अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत रोड कटिंग की समस्या को तत्काल खत्म किया जाए। मुख्यमंत्री उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत अधिक से अधिक लाभार्थियों को ऋण सुविधा उपलब्ध करायी जाए। तटबंधों पर निर्माण कार्य कराए जाए। सभी बड़े प्रोजेक्ट के लिए नोडल अधिकारी नामित करें। निर्माण कार्य की प्रगति में सुधार न हो तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। सभी प्रोजेक्ट समय पर ही पूरे किए जाएं। बेवजह समय बढ़ाकर सरकारी धन की लूट खसोट पर रोक लगे। कार्यदायी संस्थाओं की जिम्मेदारी तय की जाए। निर्माण कार्य की गुणवत्ता प्रारंभ में ही चेक कर ली जाए। गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोण्डाऔर मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर सहित मण्डल में चल रहे अन्य निर्माण कार्यों को समय से पूरे किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने मंडल में राजस्व वादों के निस्तारण की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राजस्व वादों के निस्तारण न होने से सरकार की छवि खराब होती है। समय से प्रत्येक राजस्व वाद का निस्तारण हो। सभी लंबित राजस्व वादों का तहसील वार निस्तारण कराया जाए। खराब प्रगति वाले वाले अधिकारियों के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई हो। स्पेशल कोर्ट लगाकर लंबित वादों का निस्तारण किया जाए। सभी जिले के आरटीओ कार्यालय में घूमने वाले दलालों पर भी अंकुश लगा कर कार्रवाई हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशु तस्करी, शराब तस्करी व अन्य गैर कानूनी कार्य बिल्कुल नहीं होने चाहिए। सभी वनटांगिया गांव को राजस्व गांव की श्रेणी में लाया जाए, जिससे वहां पर भी निरंतर विकास हो सके। शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या को समाप्त किया जाए। अवैध स्टैंडों को हटाया जाए। खनन, वन व भू माफिया पर कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए। कानून व्यवस्था को न बिगड़ने दिया जाए, सभी त्योहारों को शांतिपूर्वक संपन्न कराया जाए। असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो जिससे साफ तौर पर उसका प्रभाव भी दिखाई दे।