पत्रिका में छपी रिपोर्ट के मुताबिक देश में सबसे अमीर भिखारियों की लिस्ट में जो सबसे पहला नाम है वो भरत जैन का है. वो ज्यादातर मुंबई के परेल क्षेत्र में भीख मांगते हैं. रिपोर्ट के अनुसार उनके पास अपार्टमेंट में दो फ्लैट हैं जिनकी कीमत 70 लाख रुपये प्रति फ्लैट है. मतलब ये कि उनके पास एक करोड़ 40 लाख की तो यही संपत्ति हैं. वह प्रति माह लगभग 75,000 रुपये भीख मांगकर कमाते हैं जो भारत में औसतन एक नौकरीपेशा की कमाई से कई गुना ज्यादा है.
सबसे अमीर भिखारियों की लिस्ट में कोलकाता की लक्ष्मी दूसरे नंबर पर हैं. लक्ष्मी ने 1964 से कोलकाता में सिर्फ 16 साल की उम्र से भीख मांगना शुरू कर दिया और 50 से अधिक वर्षों के अपने जीवन में इन्होंने भीख मांग-मांग कर लाखों रुपये जुटाए. इनके सभी पैसे बैंकों में जमा हैं. लक्ष्मी आज भी 1 हजार रुपये हर दिन भीख मांगकर कमाती है. अगर महीने के हिसाब से देखें तो वो हर महीने कम से कम 30 हजार रुपये कमाती हैं.
मुंबई की रहने वाली गीता अमीर भिखारियों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं. गीता मुंबई के चरनी रोड के पास भीख मांगती है और कथित तौर पर उन पैसे से उसने एक फ्लैट खरीद ली है जिसमें वो अपने भाई के साथ रहती हैं. वह प्रति दिन भीख मांगकर लगभग 1,500 रुपये कमाती है. महीने में करीब 45 हजार रुपये उनकी आमदनी है.
पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर भीख मांग कर अपना गुजारा करने वाले चंद्र आजाद के पास गोवंडी में घर, 8.77 लाख रुपये खाते में जमा और लगभग 1.5 लाख रुपये नकद हैं. 2019 में रेल दुर्घटना में अपनी जान गंवाने के बाद उनकी सारी संपत्ति मुंबई पुलिस ने ढूंढ कर निकाली थी.
रिपोर्ट के अनुसार बिहार के पटना में रेल प्लेटफॉर्म पर भीख मांगने वाले पप्पू भी अमीर भिखारियों की लिस्ट में शामिल हैं. एक दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो जाने के बाद पप्पू ने पटना के रेलवे स्टेशनों पर भीख मांगने का काम शुरू किया था. कुछ रिपोर्टों के अनुसार पप्पू कुमार के पास लगभग 1.25 करोड़ रुपये की संपत्ति है.