Raipur। नया रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के दूसरे और अंतिम दिन शनिवार को भी छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्यों और देश के जाने-माने प्रबंधन विशेषज्ञों ने परिचर्चा की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) भी इस चिंतन शिविर में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री साय (Chief Minister Vishnudev Sai) ने कहा कि शुक्रवार से लगातार विभिन्न विषयों पर सत्र चल रहा है। देश भर से विद्वानजनों का यहां पर आना हुआ एवं सभी ने अपने विचार रखे। छत्तीसगढ़ में खनिज और वन संपदा का भंडार है, यहां की मिट्टी उर्वरा शक्ति से भरपूर है। गुड गवर्नेंस के माध्यम से हम हमारे प्रदेश को विकास की दृष्टि से बहुत आगे ले जा सकते हैं। प्रधानमंत्री का 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प है, जिसमें छत्तीसगढ़ को भी हमें विकसित प्रदेश बनाना है। यहां जो विद्वानजन आये हैं, उन्होंने आज छत्तीसगढ़ की स्थिति क्या है और इसे आगे कैसे ले जा सकते हैं उस पर अपना वक्तव्य दिया। हम लोगों ने भी सबको सुना और समझा है। यह चिंतन शिविर विकसित छत्तीसगढ़ के हमारे विजन में बहुत ही कारगर साबित होगा।
चिंतन शिविर में उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा, उच्च शिक्षा एवं स्कूली शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा मौजूद रहे।