नई दिल्ली। पिछले 15 दिनों में राजधानी में डेंगू ने पैर पसारा है। इस वक्त लगभग सभी अस्पताल डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हैं। उनमें ज्यादातर केस बच्चों के हैं। इमरजेंसी से लेकर वॉर्ड तक में बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज पहुंच रहे हैं। बच्चों की स्थिति काफी गंभीर है और प्लेटलेट्स बेहद तेजी से गिर रहे हैं। कई बच्चों में प्लेटलेट्स गिरकर 10 हजार तक आ गया था।गंगाराम अस्पताल में सीनियर पिडियाट्रिशियन डॉ. धीरेन गुप्ता ने बताया, ’15 दिनों में डेंगू के मरीजों में भारी बढ़ोतरी हुई है। उनमें सबसे ज्यादा बच्चे हैं, जिनकी उम्र 8 से 14 साल के बीच है। इमरजेंसी में डेंगू के मरीज 10 गुना तक बढ़ गए हैं।’ डॉक्टर ने बताया, ‘मरीजों के लिए अस्पताल में बेड और आईसीयू कम पड़ रहे हैं। बच्चों को ट्रीटमेंट के लिए एडवांस मशीनों की जरूरत पड़ रही है जबकि बीते सालों में ऐसा नहीं देखा गया है। ज्यादातर बच्चे गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस वजह से कई बच्चों को जान भी गंवानी पड़ रही है। प्लेटलेट्स बेहद नीचे गिर जा रहा है। पीडियाट्रिक्स डिपार्टमेंट में 12 बेड का आईसीयू सेटअप है, लेकिन डेंगू से ग्रस्त बच्चों की संख्या इतनी ज्यादा है कि बेड कम पड़ रहे हैं।’द्वारका स्थित आकाश हेल्थकेयर की पीडियाट्रिक्स और नियोनेटॉलजी डिपार्टमेंट की कंसल्टेंट डॉ़ मीना जे कहती हैं कि इस महीने डेंगू से ग्रस्त बच्चों की संख्या में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। बच्चों को तेज बुखार और कम प्लेटलेट्स के साथ अस्पताल लाया जा रहा है। अभी तक कई बच्चों में प्लेटलेट्स की संख्या 10 हजार तक मिली है, जो गंभीर स्थिति की ओर इशारा करती है। पिछले कुछ साल के मुकाबले बीमारी की गंभीरता ज्यादा है। बच्चों में बेहद तेज बुखार, पेट दर्द, शरीर दर्द, उल्टी, दस्त और खाने में कमी लक्षण के तौर पर देखे जा रहे हैं।
लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ़ सुरेश कुमार का कहना है कि उनके अस्पताल में भी इस वक्त डेंगू के मामले आ रहे हैं लेकिन यहां अभी रोजाना चार से पांच केस ही आ रहे हैं। उनमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हैं। अस्पताल में डेंगू से निपटने के लिए पूरे इंतजाम हैं।