New Delhi: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार की हालिया गतिविधियाँ भारत के लिए चिंता का विषय बनती जा रही हैं। ट्रंप के करीबी लोग और उनके बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर उन देशों में निवेश और व्यापार की संभावनाएं तलाश रहे हैं जिनके साथ भारत के संबंध अच्छे नहीं हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की इन प्रमुख देशों में शामिल हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के कॉलेज के दोस्त जेंट्री बीच ने जनवरी 2025 में पाकिस्तान का दौरा किया। वहां उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात में पाकिस्तान के खनिज, तेल, गैस और रियल एस्टेट क्षेत्र में अरबों डॉलर के सौदों की संभावनाओं पर चर्चा हुई।
जेंट्री बीच का यह दौरा केवल पाकिस्तान तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने बांग्लादेश और तुर्की का भी दौरा किया और वहां के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। बांग्लादेश में उनकी मुलाकात मुहम्मद यूनुस से हुई, जो अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार हैं। वहां उन्होंने भारी विदेशी निवेश (FDI) लाने का वादा किया, विशेषकर तेल, गैस, रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर में।
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते वर्तमान में तनावपूर्ण हैं, खासकर शेख हसीना सरकार के कमजोर पड़ने के बाद। ऐसे में ट्रंप के करीबी व्यक्ति का ढाका में सक्रिय होना भारत की रणनीतिक चिंताओं को और बढ़ाता है।
जेंट्री बीच का विवादों से पुराना नाता रहा है। वर्ष 2018 में “द गार्डियन” की रिपोर्ट में बताया गया था कि उन्होंने ट्रंप के 2016 के चुनाव प्रचार के लिए भारी फंडिंग की थी, जिससे उन्हें प्रशासनिक पहुँच मिली। उन्होंने वेनेजुएला में अमेरिकी कंपनियों के लिए प्रतिबंध हटवाने की भी कोशिश की थी।
जेंट्री बीच ने हाल ही में तुर्की के इस्तांबुल में टेरा होल्डिंग के साथ तेल और खनन के लिए संयुक्त उद्यम की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने तुर्की को चीन के विकल्प के रूप में पेश किया – “दुनिया की अगली फैक्ट्री”।
वहीं दूसरी ओर, ट्रंप परिवार की कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल ने पाकिस्तान में क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में प्रवेश किया है। हाल ही में पाकिस्तान में बनाई गई क्रिप्टो काउंसिल ने अमेरिकी कंपनी के साथ एक बड़ा सौदा किया, जिसमें ट्रंप परिवार की 60% हिस्सेदारी है। इस काउंसिल ने बाइनेंस के फाउंडर चेंगपेंग झाओ (CZ) को सलाहकार नियुक्त किया है और इसका उद्देश्य इस्लामाबाद को दक्षिण एशिया की क्रिप्टो राजधानी बनाना है।
वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल के प्रतिनिधियों ने इस्लामाबाद का दौरा किया, जिनमें ट्रंप के गोल्फ साथी स्टीव के बेटे जाचरी विटकॉफ भी शामिल थे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने उनका स्वागत किया। इस दौरे के कुछ ही दिन बाद पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिससे भारत-पाक तनाव और बढ़ गया।
ट्रंप के बेटे एरिक और डोनाल्ड ट्रंप जूनियर व उनके बहनोई जेरेड कुशनर भी इस कंपनी के शेयरधारक हैं। इन पर कई बार अपने राजनीतिक संबंधों का निजी व्यापार में लाभ लेने के आरोप लग चुके हैं।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि ट्रंप और उनके करीबी दक्षिण एशिया में रणनीतिक प्रभाव बढ़ाने के लिए व्यापार और निवेश का सहारा ले रहे हैं, जिससे भारत की कूटनीतिक और सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं।