प्रयागराज: पूर्व विधायक राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड का एक आरोपी अरबाज सोमवार को पुलिस इंनकाउंटर में मारा गया।
उमेश पाल की हत्या का आरोप परिजनों ने जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और उसके सहयोगियों पर लगाया था। शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया था की माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे।
सोमवार यानी 27 फरवरी को इन 7 हमलावरों में से एक अरबाज पुलिस एनकाउंटर में गंभीर रूप से जख्मी होकर मारा गया।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस हमलावरों को तलाश कर रही थी। पुलिस की 10 टीमें सभी आरोपियों के घरों पर दबिश दे रही थीं। सोमवार को उन्हें मुखबिर से पता चला कि कुछ आरोपी धूमनगंज थाना और कैंट थाने की सीमा पर स्थित नेहरू पार्क में छिपे हैं।
पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस पार्क में पहुंची तो उसने देखा कि बाइक के साथ दो बदमाश बैठे हुए थे। जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अरबाज घायल हो गया। उसकी एक गोली से एसओ धूमनगंज राजेश मौर्य घायल हुए, वहीं पुलिस की तीन गोलियां अरबाज को लगी। जिससे उसकी मौत हो गई।