New Delhi : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) के अंतर्गत बैंकों द्वारा प्रस्तुत ब्याज अनुदान दावों के निपटान की प्रक्रिया को स्वचालित और तेज करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) और नाबार्ड द्वारा संयुक्त रूप से विकसित वेब पोर्टल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, नाबार्ड के अध्यक्ष, किसान कल्याण विभाग और बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कृषि कथा लॉन्च की, जो भारतीय किसानों की आवाज को प्रदर्शित करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करने वाली एक ब्लॉगसाइट है, जो देश भर के किसानों के अनुभवों, अंतर्दृष्टियों और सफलता की कहानियों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
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इस अवसर पर श्री चौहान ने कहा कि भारतीय कृषि के विशाल और विविध परिदृश्य में किसानों की आवाजें और कहानियां अक्सर अनकही रह जाती हैं। हर फसल, हर खेत और हर फसल के पीछे, दृढ़ता, संघर्ष, चुनौतियों और विजय की कहानी छिपी होती है। कृषि कथा का उद्देश्य एक व्यापक और सजीव कथा मंच प्रदान करना है जहां भारत के कृषि समुदाय की कहानियों को साझा और मनाया जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कृषि कथा का शुभारंभ हमारे किसानों की आवाज को पहचानने और बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी दृढ़ता और नवाचार की कहानियां हमारे कृषि क्षेत्र की नींव हैं और विश्वास व्यक्त किया कि यह मंच दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। इस पहल के उद्देश्यों से जागरूकता बढ़ाने, ज्ञान के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने, सहयोग को बढ़ावा देने और किसानों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।
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केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि कृषि अवसंरचना कोष को पीएम मोदी द्वारा एक लाख करोड़ रुपये की फंडिंग के साथ लॉन्च किया गया था ताकि फसलों के भंडारण की क्षमता बढ़ायी जा सके और किसानों के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि नए लॉन्च किए गए क्रेडिट दावों के स्वचालन से दावों का निपटान एक दिन के भीतर सुनिश्चित हो जाएगा, जो अन्यथा मैन्युअल निपटान के लिए महीनों लगते थे। उन्होंने कहा कि इस कदम से पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी और भ्रष्ट तरीकों पर रोक लगेगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के अनुभव साझा करने वाले नए पोर्टल से किसान समुदाय एक-दूसरे के अनुभवों से लाभान्वित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि कई किसान स्वयं प्रयोग कर रहे हैं और उनकी सफल कहानियों को दूसरों के लिए अनुकरणीय बनाने के लिए आगे लाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज तक कृषि अवसंरचना कोष के तहत 67,871 परियोजनाओं के लिए 43,000 करोड़ पहले ही स्वीकृत किए जा चुके हैं, 72,000 करोड़ के निवेश को जुटाया गया है। इसके अतिरिक्त, बैंक ब्याज सबवेंशन दावों के त्वरित निपटान की उम्मीद कर सकते हैं।