बदायूँ : प्रख्यात विचारक गोविंदाचार्य ने सोमवार को कहा कि पर्यावरण में आये बदलाव का चहुंओर असर दिख रहा है। मौसम में आये बदलाव से बेमौसम बारिश होने लगी है।
उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया है। उसके लिए मौसम के हिसाब से खाना लोग खायें तो 80 फीसदी बीमारियां कम हो जायेगी। वे गंगा संवाद यात्रा के14 वें दिन खेड़ा जलालपुर पुख्ता में आयोजित सभा में बोल रहे थे।
यहां फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि गंगा मैया के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। गंगा जी जैसा मैंने देखा है, वैसा आपके बच्चे भी देखें इसके लिए हमें काम करना है। इससे गंगा जी का पुण्य भी हमें मिलेगा। गंगा जी की धारा निर्मल-अविरल धारा बहती रहे इसके लिए हमें प्रयास करना है।
गंगा यात्रा के तहत कमलापुर गांव, गढ़िया हरदोपटी, उसेत, तिलोकपुर, उड़िया नगला गांव, खेड़ा जलालपुर गांव, नीरा नगला, कटार सहादत गंज और खजुरा नगला होते हुए खारिया पहुंची। इस दौरान लगभग 10 किलोमीटर की पद यात्रा की गयी।
जलालपुर पुख्ता में सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश पाठक, वॉटर वीमेन शिप्रा पाठक, पार्षद मनोज गुप्ता, अमरकांत त्रिपाठी, डॉ विनोद कुमार, रजनीश दीक्षित, नूतन चतुर्वेदी, शैलेश कुमार सिंह तथा बादाम सिंह ने फूल मालाओं से गंगा संवाद यात्रा का स्वागत किया।
गंगा संवाद यात्रा में पूर्व विधायक नवरत्न सरोजोरिया जयुपर, सुरेंद्र बिष्ट, साध्वी रेणुका, अरुण लखेरा,राजस्थान, वकील भारत शर्मा, डॉ महेंद्र भारती, विवेक त्यागी, निरंजना देवी, ललित देवी, संजय सहाय , सागर पाठक, ललित झा, मोहन सिंह, सीताराम, रिसिव, उज्वल झा, उपेन्द्र तेवतिया भी साथ रहे।