प्रयागराज। नैनी औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को अब कचड़ा निस्तारण के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा अब फैक्ट्रियों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करते हुए कचड़ा उठाया जाएगा। जिसके लिए यूपीसीडा उद्यमियों से अधिक शुल्क नहीं, बल्कि केवल एक रूपए प्रति वर्ग मीटर प्रति वर्ष के आधार पर अनुरक्षण शुल्क लिया जाएगा। अभी तक उद्यमियों द्वारा स्वयं ही फैक्ट्रियों से निकलने वाले कचरे का निस्तारण किया जाता था। यह जानकारी शुक्रवार को ईस्टर्न चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनय कुमार टंडन ने दी।
यह भी पढ़े : सुल्तानगंज में दो बहुमंजिली धर्मशालाओं के निर्माण के लिए 20.72 करोड़ स्वीकृत, श्रद्धालुओ को मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया कि उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने एवं उन्हें अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए ही उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी की अध्यक्षता में दो मई को नैनी औद्योगिक क्षेत्र में प्रयागराज मंडल के उद्यमियों के साथ समाधान दिवस एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें उद्यमियों ने प्रयागराज औद्योगिक क्षेत्र में बिजली, पानी, साफ-सफाई के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाएं बेहतर किए जाने की मांग की थी। जिस पर मंत्री नन्दी ने उद्यमियों को आश्वस्त किया था।
यूपीसीडा ने नैनी औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों से मेंटीनेंस यानी अनुरक्षण शुल्क के नाम पर अभी तक 20 रूपए प्रति वर्ग मीटर प्रति वर्ष के आधार पर शुल्क लिया जाता था। जिसमें कचड़ा निस्तारण शामिल नहीं था। उद्यमियों को अपने उद्यम से निकलने वाले कचरे का स्वयं हटाना पड़ता था। जिस पर उन्हें अलग से खर्च करना पड़ता था। उद्यमियों की इस समस्या का समाधान करते हुए यूपीसीडा ने अब अपने स्तर से नैनी औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित फैक्ट्रियों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कराते हुए निस्तारण का निर्णय लिया है। जिसके लिए पूर्व निर्धारित अनुरक्षण शुल्क 20 रूपए में मात्र एक रूपए की बढ़ोत्तरी करते हुए अनुरक्षण शुल्क 21 रूपए कर दिया गया है। मात्र एक रूपए प्रति वर्ग मीटर प्रति वर्ष के शुल्क पर अब उद्यमियों को कूड़ा निस्तारण की समस्या से छुटकारा मिल गया है।
ईस्टर्न चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनय कुमार टंडन ने बताया कि मंत्री नन्दी के आदेश पर यूपीसीडा द्वारा दी गई इस सुविधा का लाभ उद्यमियों को मिलेगा। कचरा निस्तारण के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। अभी तक उद्यमियों द्वारा अलग से वाहन की व्यवस्था कर कूड़ा हटवाया जाता था। जिस पर अधिक खर्च होता था। अब उद्योग स्थल से ही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन होने से उद्यमियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।