वाशिंगटन: अमेरिकी संसद में एक अनूठी पहल की गयी है। संसद सत्र की कार्यवाही ईसाई पादरी की जगह सिख ग्रंथी की प्रार्थना से शुरू हुई।
अमेरिकी संसद के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में हर स्तर के पहले दिन सदन की कार्यवाही औम तौर पर एक ईसाई पादरी द्वारा प्रार्थना के साथ की जाती है। इस बार अमेरिका ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया। अमेरिकी संसद सत्र की कार्यवाही की शुरुआत इस बार कुछ अलग तरीके से हुई। न्यूजर्सी के पाइन हिल गुरुद्वारा के ग्रंथी ज्ञानी जसविंदर सिंह ने प्रार्थना करके सदन की कार्यवाही शुरू की। सदन के अध्यक्ष केविन मैकार्थी ने घोषणा की कि जसविंदर सिंह कार्यवाही शुरू करेंगे।
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जसविंदर सिंह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में प्रार्थना करने वाले पहले सिख पादरी हैं। प्रार्थना के तुरंत बाद सदन में प्रवेश करते हुए सांसद डोनाल्ड नॉरक्रॉस ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि आज का दिन इस बात की याद दिलाता है कि अमेरिका धर्म की स्वतंत्र अभिव्यक्ति का स्वागत करता है और उसके मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध रहेगा। सिख समन्वय समिति ईस्ट कोस्ट के मीडिया प्रवक्ता हरजिंदर सिंह ने कहा कि अमेरिकी संसद के इतिहास में आज पहली बार सदन का सत्र सिख प्रार्थना के साथ शुरू हुआ। यह पूरे वैश्विक सिख समुदाय के लिए बहुत खुशी का अवसर है।