देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज नया भारत अपने भविष्य को लेकर सजग और संवेदनशील है। हम जहां उत्तराखण्ड में ‘समान नागरिक संहिता’ लाकर सभी को समान अधिकार देने की बात कर रहे हैं वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ की बात कर रही है।
आज दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री धामी ने ऋषिकेश के आईडीपीएल में चुनावी जनसभा में कहा कि विश्व के मानचित्र पर भारत को एक सूत्र में पिराेने वाले और बाबा केदार के अनन्य भक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का योग नगरी ऋषिकेश पहुंचने पर स्वागत करते हुए कहा कि आज चैत्र तृतीया तिथि को मां चंद्रघंटा की स्तुति करते हैं। ऐसे पावन दिन पर देश को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का मंत्र देने वाले प्रधानमंत्री का सानिध्य मिल रहा है, यह हम सबके लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से पूरे प्रदेश में नारी शक्ति वंदन के उत्सव कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस दौरान राज्य के सभी जिलों में मातृशक्ति से संवाद करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जीवन का एक-एक पल और एक-एक क्षण भारत माता को आगे बढ़ाने और गरीब कल्याण के लिए लगाया है। प्रधानमंत्री ने पूरे देश को ‘अपना परिवार’ मानकर बिना रुके बिना, थके बिना हारे लगातार काम किया है। आज उसके बदौलत भारत ने नित नई उंचाइयों को छूआ है। आज भारत आत्मनिर्भर होने के साथ ही सामरिक दृष्टि से मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज का ‘नया भारत’ आर्थिक रूप से जहां आत्मनिर्भर और समृद्ध है, वहीं सामरिक दृष्टि से भी और अधिक सशक्त एवं सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने अनुच्छेद 370 के खात्मे, अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य एवं दिव्य मंदिर के निर्माण और देश में सीएए लागू करने सहित ऐसे अनेक ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी। उन्होंने कहा कि आज केन्द्र सरकार के सहयोग से जहां एक ओर हम हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर बनाने जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर पहाड़ों तक रेल पहुंचाने का प्रधानमंत्री का स्वप्न ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बनने के साथ ही पूर्ण होने के कगार पर है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र है ‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’, यही मोदी की गांरटी है। मेरा मानना है कि मोदी के नेतृत्व में 2014 से 2019 तक का समय देश की आवश्यकताओं को पूर्ण करने का समय था। “हम जहां उत्तराखण्ड में ‘समान नागरिक संहिता’ लाकर सभी को समान अधिकार देने की बात कर रहे हैं वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ की बात कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों ने अपने शासनकाल में देश को लूटने का काम किया,जब आज उनसे जवाब मांगा जा रहा है तो वे प्रधानमंत्री को अनाप-शनाप बोल रहे है। ये कमाल की बात है कि देश में इमरजेंसी लगाने वाले लोग, केवल अपने परिवार की ही स्तुति करने वाले लोग, समाज को जातियों में बांटने वाले लोग, और हर दिन एक नया घोटाला करने वाले लोग आज परेशान हैं। इन सब की परेशानी मोदी जी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जातियों में बांटने वाली विपक्ष की स्लीपर सेल से जनता को सावधान रहना होगा। मोदी जी जोड़ने की बात करते हैं, जबकि विपक्ष देश को बांटने पर आमादा है। मोदी जी अटक से कटक तक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहे हैं, जबकि विपक्ष उत्तर और दक्षिण के नाम पर देश का बंटवारा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम जहां उत्तराखण्ड में ‘समान नागरिक संहिता’ लाकर सभी को समान अधिकार देने की बात कर रहे हैं वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ की बात कर रही है। “2019 से 2024 तक का समय देश की आकांक्षाओं की पूर्ति करने का था। वहीं प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2024 से 2029 तक का समय भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के मार्ग को प्रशस्त करने का होगा।’’ उन्होंने कहा कि पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम बड़े-बड़े शहरों में हुआ करता था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश भर में छोटे-छोटे शहरों में जी -20 का कार्यक्रम आयोजित कर भारत की संस्कृति से विश्व को परिचित कराने का काम किया। उत्तराखंड में तीन बैठकें सफल तरीके से आयोजित हुईं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। मैं, यह विश्वास पूर्वक कह सकता हूं कि देवभूमि की समस्त देवतुल्य जनता लोकसभा चुनावों में भाजपा को पांचों सीटों पर प्रचंड बहुमत से विजय दिलाकर मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने में अपना योगदान सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री धामी ने अंत में “लक्ष्य अटल, संकल्प प्रबल है, विकसित बनता देश सकल है। जन-जन का विश्वास सबल है, वोट कमल है, वोट कमल है।” के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।