नालंदा। जिले के हरनौत बाजार स्थित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) में गुरूवार को खरीफ मौसम में पोषण वाटिका की स्थापना को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

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कार्यक्रम का संचालन केंद्र की वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सीमा कुमारी के निर्देशन में किया गया।इस मौके परगृह विभाग की वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण की कोऑर्डिनेटर डॉ. ज्योति सिन्हा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में रुपसपुर गांव की 25 महिलाओं ने भाग लिया है। सभी महिलाओं को एक-एक सब्जी किट प्रदान की गई है जिसमें बैंगन, टमाटर, मिर्च, मूली, प्याज, लौकी सहित कुल दस प्रकार की सब्जियों के बीज शामिल थे।
डॉ. ज्योति सिन्हा ने कहा कि खरीफ मौसम में पोषण वाटिका की स्थापना एक महत्वपूर्ण पहल है जो ग्रामीण परिवारोंको पोषण सुरक्षा देने में मदद करती है। पोषण वाटिका का उद्देश्य घर के आसपास उपलब्ध खाली स्थान का उपयोग कर मौसमी फल और सब्जियों की खेती करना है जिससे परिवारों को ताजी और पौष्टिक सब्जियां सुलभ हो सकें।उन्होंने बताया कि पोषण वाटिका की स्थापना से न केवल पोषण सुरक्षा मिलती है बल्कि यह आय का अतिरिक्त स्रोत व पर्यावरण संरक्षण और महिलाओं को सशक्त बनाने और सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने का भी एक सशक्त माध्यम भी है।


