Bhopal। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि देश में अयोध्या, काशी से लेकर उज्जैन और ओंकारेश्वर विशेष श्रद्धा के केंद्र बने हैं। भारत की पताका समूचे विश्व में लहरा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विराट व्यक्तित्व के धनी हैं। सभी राष्ट्र भारत से मित्रता के इच्छुक रहते हैं। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री की कार्य संस्कृति के अनुकूल कार्य हो रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) गुरुवार को खरगोन में टंट्या भील विश्वविद्यालय का शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निमाड़ अंचल के विद्यार्थियों को अब इंदौर और उज्जैन विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए नहीं जाना होगा। क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगोन में अन्य विषयों के साथ ही आने वाले समय में कृषि विज्ञान की शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय परिसर तक आने-जाने के लिए बस की व्यवस्था भी की जाएगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने खरगोन में टंट्या भील विश्वविद्यालय के साथ ही क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना का भी डिजिटल शुभारंभ किया। उन्होंने खरगोन जिले की 557 करोड़ रुपये लागत की सिंचाई योजनाओं का उद्घाटन भी किया।
प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि निमाड़ वीरों की धरती है। यहां बाजीराव पेशवा ने प्राण त्यागे थे। वर्ष 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में वीर टंट्या भील ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। उनके प्रति मध्यप्रदेश सरकार ने आदर व्यक्त करते हुए खरगोन के नए विश्वविद्यालय का नाम क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय रखा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2020 में नई शिक्षा नीति लागू की। उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने इस नीति के अच्छे क्रियान्वयन की उपलब्धि अर्जित की। खरगोन और गुना के नए विश्वविद्यालयों में सभी विषयों की शिक्षा की व्यवस्था रहेगी। पाठ्यक्रमों में कृषि विज्ञान भी भविष्य में जोड़ा जाएगा। ये विश्वविद्यालय और इनसे जुड़े महाविद्यालय आने वाले समय में सिर्फ डिग्री नहीं देंगे, बल्कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और प्राचीन सभ्यता के अध्ययन का माध्यम भी बनेंगे।
उन्होंने कहा कि ये बदलते दौर का मध्यप्रदेश है। खरगोन में विश्वविद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा को आज पूरा किया गया है। निमाड़ अंचल के खरगोन सहित बड़वानी, अलीराजपुर, खण्डवा और बुरहानपुर जिले के लगभग 63 हजार विद्यार्थी भी नए विश्वविद्यालय से लाभान्वित होंगे। इसी तरह गुना में प्रारंभ तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना सहित अशोक नगर और शिवपुरी जिलों के लगभग 61 हजार छात्र-छात्राओं के लिए उपयोगी होगा।
उन्होंने कहा कि गुना अंचल के विद्यार्थियों को ग्वालियर विश्वविद्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी। प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दो दिवस में तीन विश्वविद्यालय प्रारंभ करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। नए विश्वविद्यालयों के लिए आवश्यक बजट सहित जरूरी पद भी स्वीकृत किए गए हैं। मध्यप्रदेश में अन्य प्रदेशों के मुकाबले उच्च शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों की रूचि निरंतर बढ़ी है। देश में मध्यप्रदेश, ग्रास एनरोलमेंट रेशियो की दृष्टि से बेहतर है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों पर केंद्रित लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
557 करोड़ लागत की सिंचाई परियोजनाओं का शुभारंभ और हितग्राहियों को लाभ
मुख्यमंत्री ने खरगोन में 557 करोड़ रुपए की सिंचाई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं से 114 ग्रामों में 74 हजार 110 एकड़ भूमि में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर पच्चीस प्रतिशत से आगे चली गई है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किए। इनमें अनुसूचित जाति के हितग्राही भूरेसिंह को 12 लाख रुपये राशि का चेक, भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत दिया गया। इसी तरह कृषि विभाग से दो हितग्राहियों नरेंद्र पटेल, कालू और जिला पंचायत खरगोन द्वारा मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गतवैशाली एवं प्रज्ञा को और आशा स्व-सहायता समूह को चेक प्रदान किये गये।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि निमाड़ की पावन धरती पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत है। मध्यप्रदेश तेजी से विकास की तरफ बढ़ रहा है। कार्यक्रम में सांसद गजेंद्र पटेल, राज्य सभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी, विधायक बालकृष्ण पाटीदार, सचिन बिरला, मंजू राजेन्द्र दादू, छाया, राजकुमार मेव और जन प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को तीरकमान भेंटकर, जैकेट पहना कर तथा बड़ी पुष्पमाला से स्वागत किया गया।