East Champaran: महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजकुमार शुक्ल सभागार में रविवार को बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन ब्लेंडेड मोड में किया गया।
मौके पर कार्यक्रम के संरक्षक कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि बौद्धिक संपदा के अधिकारों की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए,ताकि इसके बढते दुरुपयोग को रोका जा सकें।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने की एवं मुख्य वक्ता सौरभ त्रिवेदी, संस्थापक, आई पी समाधान थे।
कार्यक्रम के संयोजन सीएस एंड आईसीटी के डीन एवं पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. रंजीत चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया। अध्यक्षीय उद्बोघन में प्रो. आनन्द प्रकाश ने कहा कि वर्त्तमान में बौद्धिक संपदा की चोरी और हनन का मामला खूब देखने को मिल रहा है। लोगों को बौद्धिक सम्पदा अधिकार के प्रति जागरूक करके एवं इस दिशा में कड़ें नियम लागू करके बौद्धिक संपदा का संरक्षण किया जा सकता हैं।
ये भी पढ़ें : –PM नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू हो गया आयुष्मान भवः कार्यक्रम
मुख्य वक्ता सौरभ त्रिवेदी ने कहा कि दुनिया के अधिकांश देश सदियों से अनेक प्रकार के कानून बनाकर बौद्धिक संपदा के अधिकार का संरक्षण करने का प्रयास करते रहे है। लेकिन बौद्धिक संपदा की चोरी के अनेक उपाय भी इसी समाज में विकसित हुए है। तकनीक का भी गलत प्रयोग इस दिशा में चिंतनीय है। उन्होंने भारत में लागू अनेक प्रकार के बौद्धिक सम्पदा अधिकार अधिनियम की चर्चा की।ट्रेडमार्क, पेटेंट आदि ट्रेड सीक्रेट संविदा कानून के विविध पहलुओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. रंजीत चौधरी ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार की जानकारी हम सभी को होनी चाहिए। हालांकि इसके समक्ष अनेक चुनौती है जो बौद्धिक संपदा कानून की जानकारी होने से इस दिशा में सफल हो सकते है। कार्र्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ. मधु पटेल एवं डॉ. अभिलाषा प्रियदर्शिनी ने की। कार्यक्रम में शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।