DHANBAD : राष्ट्रीयता और मानवता के प्रतीक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 110वीं जयंती के उपलक्ष्य में देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में विश्व हिन्दी परिषद एवं भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय (21-22 नवंबर) “अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन-2025” का आयोजन किया गया।
इस दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में कोयलांचल कतरास के युवा कवि सचिन सिन्हा को इथियोपिया के राजदूत डेब्रु टेकले एवं विश्व हिंदी परिषद् के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार जी के हाथों प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिन्ह(मोमेंटो) प्रदान कर सम्मानित किया गया। छः सत्रों में संपन्न इस द्वि-दिवसीय भव्य और दिव्य आयोजन में लद्दाख के महामहिम उप-राज्यपाल कवीन्द्र गुप्ता जी, निवर्तमान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी जी, राज्य सभा सांसद के सी त्यागी, पूर्व मुख्य सचिव (उत्तर प्रदेश प्रशासन) दुर्गा प्रसाद मिश्र जी, सुदर्शन न्यूज के अध्यक्ष और प्रधान संपादक सुरेश चव्हाण जैसे गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें भारत के विभिन्न प्रांतों के कवियों, लेखकों और शोधकर्ताओं के साथ-साथ अमेरिका, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इथियोपिया जैसे कई देशों के हिन्दी प्रेमी, लेखक और विद्वान भी शामिल हुए।
देश विदेश के सम्मानित और विद्वान साहित्यकारों व अतिथियों के बीच सचिन सिन्हा ने अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर उन्होंने ‘स्वर्णिम भारत’ शीर्षक के साथ कविता सुनाई, जिसमें उन्होंने सोने की चिड़िया कही जाने वाली अपनी भारत माता के गौरवशाली अतीत को याद करते हुए, वैश्विक पटल हमारे भारत के अतुलनीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए विश्व के समक्ष रखा।
अपनी कविता के माध्यम से उन्होंने भारत के सभ्यता को ना केवल सबसे प्राचीन बल्कि सबसे उन्नत भी बताया।बता दें कि सचिन सिन्हा, धनबाद जिले के कतरास में पले बढ़े हैं और वर्तमान में वित्त मंत्रालय भारत सरकार में कार्यरत हैं। सचिन सिन्हा ने विगत दिनों में कई कवि सम्मेलनों और साहित्यिक आयोजनों में अपनी काव्य प्रतिभा से कतरास कोयलांचल का नाम राष्ट्रीय पटल पर रौशन किया है, और अब इस आयोजन से अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी सशक्त उपस्थिति से कोयलांचल का मान बढ़ाया है। ‘काव्यधारा’ नाम से इनका एक काव्य संकलन भी प्रकाशित हुआ है जो हिन्दी प्रेमियों द्वारा बेहद पसंद की जा रही है। यह पुस्तक उचित कीमत पर अमेजन, फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।काव्यधारा के नाम से इनका यूट्यूब चैनल भी है जिसमें ये अपनी कविताएँ सुनाते हुए काव्य प्रेमियों से जुड़े रहते हैं।










