पटमदा/ जमशेदपुर। बांगुड़दा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सोमवार को अनुशासन के नाम पर छात्राओं को दी गई कठोर सजा के कारण चार छात्राएं बेहोश हो गईं। श्रावण सोमवारी के दिन शिव मंदिर पूजा से लौटने में पांच मिनट की देरी होने पर एक शिक्षिका ने कई छात्राओं को 200 बार उठक-बैठक का दंड दिया। इस दौरान कुमीर की प्रियंका महतो, लोवाडीह की अष्टमी महतो व दयावती प्रमाणिक, और गेरुवाला की पूर्णिमा महतो की तबीयत बिगड़ गई।
यह भी पढ़े : पूर्व नक्सली कुंदन पाहन साक्ष्य के अभाव में अदालत से बरी
छात्राओं को पहले माचा सीएचसी फिर एमजीएम अस्पताल, डिमना रेफर किया गया। जानकारी मिलने पर जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, पूर्व भाजपा नेता विमल बैठा, चन्द्रशेखर टुडू, सुभाष कर्मकार और अश्विनी महतो अस्पताल पहुंचे। विधायक ने अधीक्षक डॉ. आरके मंधान से मिलकर बेहतर इलाज का निर्देश दिया।
पूर्व भाजपा नेता विमल बैठा ने कहा कि छात्राओं को नाश्ते के तुरंत बाद उठक-बैठक करवाई गई, जिससे उनका ऑक्सीजन लेवल गिर गया। उन्होंने इसे अमानवीय व्यवहार बताया और सख्त कार्रवाई की मांग की। फिलहाल छात्राएं खतरे से बाहर हैं। घटना से विद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।