Gopeshwar: चमोली जिले के विकास को लेकर वर्ष 2023 खास रहा है। जिले में चुनौतियों के समाधान के साथ ही हुए विकास कार्यों ने चमोली के विकास में गति प्रदान की है। बदरीनाथ धाम के पुनर्निर्माण को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के नेतृत्व में पूर्ण किया जा रहा है, वहीं सड़कों के निर्माण से लेकर अन्य निर्माण कार्यों और नए चिकित्सालयों का जन अपेक्षाओं के अनुसार संचालन शुरू किया गया है।
सिमली में महिला बेस चिकित्सालय
चमोली में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए सिमली में 14.53 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महिला बेस चिकित्सालय का संचालन शुरू किया गया। चिकित्सालय में आईसीयू यूनिट और ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करते हुए चिकित्सालय को संसाधन संपन्न किया जा रहा है। चिकित्सालय के जनपद के केंद्र बिंदु में स्थित होने से कर्णप्रयाग क्षेत्र के साथ ही पिंडर घाटी नारायाणबगड़, थराली, देवाल तथा गैरसैंण क्षेत्र के ग्रामीणों को भी लाभ मिल रहा है।
33 लाख रुपये की लागत से रुद्रनाथ में पेयजल योजना का निर्माण
चमोली के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित पंच केदारों में चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर में तीर्थ यात्रियों को अब पेयजल की आपूर्ति के लिए भटकना नहीं होगा। यहां 12 वर्षों से प्रस्तावित पेयजल योजना का निर्माण पेयजल निगम ने शुरू कर दिया है। योजना के निर्माण के लिए शासन ने निगम को 33 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है।
उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता वीके जैन ने बताया कि आगामी यात्रा काल में रुद्रनाथ मंदिर के दर्शनों को पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को मंदिर परिसर में ही पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
बंड क्षेत्र के 40 गांवों को वर्षों बाद मिली पशु चिकित्सालय की सौगात
चमोली जिले के बंड क्षेत्र के 40 गांवों के पशुपालक वर्ष 2005 से क्षेत्र में पशु चिकित्सालय खोलने की मांग कर रहे थे। ऐसे में इस वर्ष सरकार ने क्षेत्र के पशुपालकों की समस्या को देखते हुए पीपलकोटी में एक चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट और एक-एक स्वच्छक और अनुसेवक की तैनाती के साथ चिकित्सालय खोल दिया है। जिससे क्षेत्र के 40 गांवों के पशु पालकों को अब मवेशियों के उपचार के लिए दर-ब-दर नहीं भटकना पड़ रहा है।
चमोली जिला चिकित्सालय में सिटी स्कैन मशीन हुई स्थापित
जनपद की भौगोलिक परिस्थितियों के चलते यहां होने वाली दुर्घटनाओं के बाद सिटी स्कैन मशीन की सुविधा न मिलने पर घायलों को उपचार के लिए बाहरी जिलों की दौड़ लगानी पड़ रही थी। कई बार दुर्घटनाओं के समय सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिलने से घायलों को जान गंवानी पड़ रही थी। ऐसे में स्थानीय जनता के अनुरोध पर शासन ने जिला चिकित्सालय में सिटी स्कैन मशीन की स्थापना के लिए पांच करोड़ की धनराशि स्वीकृत की। जिसके बाद जिला चिकित्सालय में सिटी स्कैन मशीन स्थापित कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जनवरी माह से यहां लोगों को सिटी स्कैन की सुविधा मिलने लगेगी।
चमोली जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं में युवाओं को नहीं होगी किताबों की कमी
जिले में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की समस्या का देखते हुए जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने जिला पुस्तकालय का उच्चीकरण किया है। यहां जिला प्रशासन की ओर से ई लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है। जहां जिला मुख्यालय के साथ ही जिले के शोध छात्र और प्रतियोगी परीक्षाओं में जुटे 100 से अधिक युवा प्रतिदिन अध्ययन कार्य कर रहे हैं।
फूलों के उत्पादन से काश्तकारों की आय होने लगी मजबूत
जिले में उद्यान विभाग ने जिला योजना से मिली वित्तीय मदद से लिलियम का उत्पादन शुरू किया है। जिससे काश्तकार लाखों की आमदनी कर रहे हैं। जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि विभाग ने जिले के 16 प्रगतिशील काश्तकारों के साथ 26 पॉलीहाउस में लिलियम का उत्पादन शुरू किया। फूलों के उत्पादन के लिए विभाग 80 फीसदी सब्सिडी पर उन्हें बल्ब उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां विभाग ने काश्तकारों को लिलियम के उत्पादन का तकनीकी प्रशिक्षण दिया, वहीं काश्तकारों को फूलों के विपणन के लिए भी रूट तैयार किया है। ऐसे में काश्तकार फूलों को चमोली से गाजीपुर मंडी में बेचकर 1 लाख से अधिक की आय प्राप्त कर रहे हैं।
बदरीनाथ धाम के इस वर्ष 18 लाख 42 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बदरीनाथ धाम की यात्रा ने बीते वर्षों के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बदरीनाथ हाईवे के चौड़ीकरण और सुधारीकरण के चलते इस वर्ष बदरीनाथ धाम में रिकार्ड तीर्थ यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि इस वर्ष 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले थे। इस यात्रा सीजन में 18,42,019 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। जो अभी तक का रिकॉर्ड है। वर्ष 2022 में 17,60,646 तीर्थयात्री यहां पहुंचे थे।