New Delhi : किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ( Arjun Munda) ने मंगलवार को कहा कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाला कानून सभी हितधारकों से परामर्श किये बिना जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता है। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसान समूहों से इस मुद्दे पर सरकार के साथ चर्चा करने का आग्रह किया है। अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुछ तत्वों के बारे में जागरूक और सतर्क रहने के लिए आगाह किया, जो राजनीतिक लाभ के लिए उनके विरोध प्रदर्शन को बदनाम कर सकते हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत कर समाधान निकालना चाहती है। मीडिया के साथ बातचीत में मुंडा ने कहा कि चंडीगढ़ में किसान नेताओं से दो दौर की बातचीत हो चुकी है। कुछ चीजों में हमें और परामर्श की जरूरत है। भारत सरकार किसान हितों के लिए समर्पित है। किसान हित हमारी प्राथमिकता है। उन्हें समझाने की जरूरत है कि हम किसानों के साथ हैं। उल्लेखनीय है कि किसान संगठनों ने अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने का आह्वान किया है। इससे पहले किसानों को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा, नित्यानंद राय दो दौर की बातचीत कर चुके हैं।
अर्जुन मुंडा सहित तीन केंद्रीय मंत्री किसानों से कर रहे वार्ता
बता दें कि अर्जुन मुंडा उस मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जिसने किसानों की चिंताओं को हल करने के लिए चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक), किसान मजदूर मोर्चा सहित विभिन्न किसान समूहों के साथ दो दौर की चर्चा की। हालांकि, बातचीत बेनतीजा रहा। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसानों के साथ वार्ता में शामिल हैं। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि दो दौर की चर्चा में हम उनकी कई मांगों पर सहमत हुए, लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पायी। बातचीत अभी भी जारी है।
किसानों का दिल्ली बॉर्डर पर हिंसक आंदोलन
दिल्ली मार्च के दौरान हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बल प्रयोग भी करना पड़ा। आंसू गैस के गोले भी दागे गये। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने हरियाणा के कुरूक्षेत्र में सीमेंट बैरिकेड हटाये। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर फ्लाईओवर के सेफ्टी बैरियर भी तोड़ा। हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीं। इधर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से हजारों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए दिल्ली में सुरक्षा के भारी इंतजाम किये गये हैं। संसद के सभी द्वारों पर अवरोधक और अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है। लोक कल्याण मार्ग पर भी भारी सुरक्षा बंदोस्बत किये गये हैं जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आवास है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के आवासों के आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। लाल किले की ओर जाने वाले बाहरी रिंग रोड पर भी बैरिकेड लगा दिये गये हैं, क्योंकि पुलिस कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती।