रामगढ़: कोठार स्थित दयाल स्टील प्लांट के टेक्नीशियन की मौत के बाद बवाल मचा है। मृतक के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर दयाल स्टील के गेट को जाम कर दिया है। वह लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं। प्लांट प्रबंधन ने मृतक के परिजनों पर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया है।
प्लांट के पदाधिकारी ने कहा कि छोटेलाल महतो लैब में बतौर केमिस्ट काम करता था। आठ दिन पहले उसने अपने इंचार्ज को तबीयत खराब होने की सूचना दी और घर चला गया। इसके बाद उसका कहां इलाज हुआ और उसके परिजन उसे लेकर कहां गए, प्लांट प्रबंधन को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। शनिवार की सुबह अचानक छोटेलाल महतो के शव को प्लांट के गेट पर रख दिया गया और मुआवजे की मांग की जाने लगी। इस पूरे प्रकरण की सूचना रामगढ़ थाने को दी गई है।
मृतक छोटेलाल महतो पारडीह कैथा का रहने वाला था। उसकी पांच संतानें हैं। उसके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा, इसी को लेकर गांव वाले आक्रोश में हैं। दयाल स्टील के गेट पर बवाल कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि 25 वर्षों तक छोटेलाल महतो लैब टेक्नीशियन के रूप में इस प्लांट में काम करता रहा। जब वह बीमार पड़ा तो इसकी सही जानकारी परिजनों को नहीं मिली। प्लांट प्रबंधन को उसे सबसे पहले अस्पताल में भर्ती करना चाहिए था लेकिन उसे सही इलाज के लिए नहीं भेजा गया।
मृतक की पत्नी कलावती देवी ने कहा कि उनकी चार बेटी और एक बेटा है। यदि प्लांट प्रबंधन उनके परिजनों के बारे में नहीं सोचेगा तो पूरा परिवार बर्बाद हो जाएगा। जिस समय उसके पति बीमार पड़े उस वक्त भी प्रबंधन की ओर से उन्हें सही सूचना नहीं दी गई। जब छोटेलाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो प्लांट प्रबंधन की ओर से किसी भी व्यक्ति ने उनकी सुध नहीं ली और ना ही उनकी कोई सहायता की।