Dehradun। 22 जनवरी का दिन देश के लिए ऐतिहासिक रहा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या (Shri Ram Janmabhoomi Ayodhya) में भगवान श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की थी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। लाखों की तादात में रामभक्त अयोध्या दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। हर कोई रामलला को निहारने के लिए अयोध्या जाना चाहता है। इसबीच उत्तराखंड की धामी सरकार भी अयोध्या जाने की तैयारी में है। धामी सरकार 20 फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में नतमस्तक होगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) 20 फरवरी को सुबह 11:15 बजे अयोध्या पहुचेंगे। उनके साथ उनका मंत्रिमंडल भी होगा। हालांकि इसमें कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और सौरभ बहुगुणा शामिल नहीं होंगे। दरअसल, वे दोनों मंत्री राज्य से बाहर हैं। ऐसे में वे मुख्यमंत्री धामी के साथ रामलला दरबार नहीं जा सकेंगे। वे किसी और दिन श्रीरामलला का दर्शन करने अयोध्या जा सकते हैं।
अयोध्या पहुंचने के बाद सबसे पहले धामी सरकार हनुमानगढ़ी जाएगी। हनुमानजी का दर्शन-पूजन करने के उपरांत सभी अयोध्या धाम भव्य-दिव्य श्रीराम मंदिर पहुचेंगे और प्रभु श्रीराम का दिव्य दर्शन करेंगे। इसके बाद शाम पांच बजे मुख्यमंत्री समेत सभी सात मंत्री वापस उत्तराखंड आ जाएंगे।
पहले दो फरवरी को तय था कार्यक्रम, अत्यधिक भीड़ के कारण करना पड़ा था रद्द
श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद ही गत दो फरवरी को उत्तराखंड सरकार ने अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करने का निर्णय लिया था, लेकिन अयोध्या में अत्यधिक भीड़ होने के कारण कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। उस दौरान निर्णय लिया गया था कि जब अयोध्या में रामभक्तों की भीड़ कुछ कम हो जाएगी, तब उत्तराखंड सरकार अपनी पूरी कैबिनेट के साथ भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या जाएगी।