Karnal। करनाल के इंद्री क्षेत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Chief Minister Naib Singh Saini) ने शनिवार को खेतों में जाकर ओलावृष्टि और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि की सूचना मिलने के तुरंत बाद सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। गांव में ड्यूटी लगा दी गई है ताकि जल्दी से जल्दी किसानों को उनकी फसल के हुए नुकसान की भरपाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि थोड़े से क्षेत्र में ही है, इसलिए पटवारी को गांव में भेजकर गिरदावरी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान अपने नुकसान को क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकृत कर दें ताकि गिरदावरी पूरी होने के बाद किसानों को मुआवजा मिलना शुरू हो जाए।
उन्होंने कहा कि दो-तीन दिनों के अंदर गिरदावरी पूरी होने के बाद किसानों को मुआवजा मिलना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मशीनों का युग है। कंबाइन से गेहूं जल्दी कट जाता है और दो माह तक चलने वाला सीजन 15 दिन में ही सिमट जाता है इसलिए मंडियों पर भी अचानक दबाव बढ़ जाता है, लेकिन सरकार ने इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। किसी भी किसान को किसी भी तरीके की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। जिसका भी नुकसान हुआ है हर किसान को मुआवजा मिलेगा और मंडियों में दाना-दाना गेहूं खरीदा जाएगा।