Ichak: जीएम इंटर महाविद्यालय, इचाक में साप्ताहिक कार्यक्रम के तहत संगोष्ठी,क्विज प्रतियोगिताऔर लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में नशा व मादक पदार्थों का निषेध विषय पर विस्तार पूर्वक चर्चा-परिचर्चा की गई। संगोष्ठी सभागार में महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित हुए। साथ ही साथ महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षकेतर भी उपस्थित थे। संगोष्ठी में उपस्थित विद्यार्थियों ने नशा मुक्त भारत के निर्माण के शपथ लिए विद्यार्थी पुष्पा कुमारी ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नशे से जुड़े किसी भी पदार्थ का उपयोग शॉक के रूप में भी नहीं करना चाहिए हमें जितना हो सके इससे दूर ही रहना चाहिए और ज्यादातर युवकों को जागरूक करना चाहिए।
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जिससे मजबूत राष्ट्र का निर्माण होगा आगे बारी-बारी से और भी विद्यार्थियों ने भी अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया जो सराहनीय था। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए महाविद्यालय के शिक्षकों ने भी अपना-अपना विचार दिया। महाविद्यालय प्रभारी पंकज कुमार ने नशा व मादक पदार्थ निषेध पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा की “नशीली पदार्थों के दुरुपयोग की समस्या वैश्विक स्तर पर भयानक रूप से फैल चुकी है”। इस वर्ष के विश्व मादक पदार्थ निषेध दिवस का विषय विपुल फास्ट कलंक और भेदभाव को रोके, रोकथाम बढ़ाएं पूरी तरह उपयुक्त है। यह वास्तविकता है की नशीली पदार्थों के दुरुपयोग से पीड़ित व्यक्ति को पारिवारिक और सामाजिक अलगाव और लोगों की उपेक्षा का सामना करना पड़ता है।
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आज के युवा पीढ़ी नशा का सेवन ज्यादा करता है। जो सही नही है, नशा करने से आर्थिक,सामाजिक और शारीरिक नुक्सान होता है। आज सभी विद्यार्थियों ने जो संकल्प लिए उसे यह स्पष्ट होता है कि अपने समाज में रहने वाले जो नशीली पदार्थ का सेवन करते हैं उन्हें समझाने का काम करेंगे और नशा न करने का आग्रह करके नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के शिक्षक रत्नेश कुमार राणा, दीपक प्रसाद, अजीत हसदा, संगम कुमारी,संजीत कुमार यादव, प्रणात कुमार दास, राजकुमार दास, सुनीता कुमारी,प्रिया कुमारी,कृष्ण कुमार,विनोद कुमार इत्यादि ने अपना अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।