फारबिसगंज/अररिया। ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को 10,000 की राशि दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनका सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण करना है।
यह भी पढ़े : बहन के अफेयर से नाराज़ भाई ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उतारा मौत के घाट
यह योजना उन सभी महिलाओं के लिए है जो जीविका के स्वयं सहायता समूह (Self-Help Group) से जुड़ी हैं। अगर आप अभी तक किसी समूह से नहीं जुड़ी हैं, तो अब आपके पास जुड़ने का मौका है। इसके लिए, ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका के हर ग्राम संगठन में मुफ्त फॉर्म उपलब्ध करा दिए गए हैं। नए सदस्यों को जोड़ने की यह प्रक्रिया 12 सितंबर 2025 से शुरू होगी। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए हड़बड़ी की जरूरत नहीं है। समूह से जुड़ने के लिए आपके पास आधार कार्ड और एक बैंक खाता होना जरूरी है, जो आधार से जुड़ा हुआ हो। अगर आपका आधार बैंक खाते से नहीं जुड़ा है, तो आप आवेदन नहीं कर पाएंगी। इसलिए आवेदन से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपका आधार बैंक खाते से लिंक हो। इस योजना के तहत समूह में शामिल होने के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। अगर कोई भी व्यक्ति आपसे पैसे की मांग करता है, तो आप इसकी शिकायत जिला स्तर पर जिलाधिकारी कार्यालय या जीविका जिला परियोजना इकाई में कर सकती हैं।
प्रखंड स्तर पर शिकायत करने के लिए जीविका के प्रखंड परियोजना क्रियान्वयन इकाई, प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय या सीएलएफ (संकुल स्तरीय संघ) में संपर्क किया जा सकता है। पैसे मांगने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस योजना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जिले में 8 संवाद रथ चलाए जा रहे हैं। ये रथ 26 सितंबर 2025 तक जिले के 320 जगहों पर महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन करेंगे, जहां लघु फिल्मों के माध्यम से लोगों को योजना की जानकारी दी जाएगी ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें।