jamtara : जिले में मोबाइल फोन धमाके की सनसनीखेज घटना ने सबको चौंका दिया है। नारायणपुर प्रखंड के कोयडीहा गाँव में एक गरीब मजदूर मोहम्मद मुस्तफा अंसारी की ज़िंदगी मोबाइल ब्लास्ट से तबाह हो गई। हादसे के बाद पीड़ित ने मोबाइल कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और अब वह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से आर्थिक मदद और मुआवज़े की गुहार कर रहे हैं।
करीब 15 दिन पहले रात में मुस्तफा ने चार्जिंग से निकालकर मोबाइल जेब में रखा और शौचालय जा रहे थे। तभी अचानक मोबाइल गर्म होकर जोरदार धमाके के साथ फट पड़ा। धमाका इतना तेज़ था कि उनकी पैंट जल गई, चमड़ी झुलस गई और हाथ की दो उंगलियाँ बुरी तरह जख्मी हो गईं।
हादसे के बाद मुस्तफा को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ एक हफ़्ते तक इलाज चला। बावजूद इसके वह अब तक चल-फिरने लायक नहीं हुए हैं।
पीड़ित मुस्तफा अंसारी का दर्द
“मोबाइल फटने से मेरा घर उजड़ गया। मजदूरी कर परिवार चलाता था लेकिन अब काम पर नहीं जा पा रहा हूँ। Vivo कंपनी दोषी है। गरीब आदमी हूँ, इलाज का खर्च नहीं उठा सकता। स्वास्थ्य मंत्री से मुआवज़ा और मदद की मांग करता हूँ।”
गाँव में यह हादसा चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या मोबाइल कंपनी इस हादसे की जिम्मेदारी लेगी? और क्या सरकार पीड़ित मजदूर को राहत पहुँचाएगी? अब निगाहें स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी पर टिकी हैं