गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत तभी विकसित होगा जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा। इसलिए हम “विकसित भारत- विकसित उत्तर प्रदेश” के विजन को लेकर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन है कि हमें विरासत का सम्मान करना चाहिए, विरासत के सम्मान के साथ-साथ गुलामी की मानसिकता को जड़ से खत्म करना है। उन्होंने कहा कि सेना और वर्दीधारी लोगों का सम्मान करना है। समरसता का व्यवहार करना है और नागरिक कर्तव्य का पालन करना है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति जिस क्षेत्र में काम कर रहा है, वहां पर अपने कर्तव्यों को राष्ट्रीय कृत्य मानकर जब कार्य करेगा तो उसका परिणाम सकारात्मक होगा। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश” को लेकर उत्तर प्रदेश के विधानसभा में अगस्त माह में एक मैराथन चर्चा हुई। जिसमें सभी दलों के नेताओं ने भारी संख्या मे भाग लिया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत पर चर्चा करने के लिए 300 से ज्यादा बुद्धिजीवी लोग विभिन्न क्षेत्रों में जाकर महिलाओं, उद्यियाेंी, व्यवसायियाें, चिकित्सकों, समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों से संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम गुलामी के कालखंड में थे तो हमारे अंदर गुलामी की मानसिकता छा गई थी। हमने भारतीयता को पिछड़ेपन का कारण मान लिया था। हमने मान लिया था कि जो विदेशी है वह सर्वश्रेष्ठ है, जो भारतीय है वह पिछड़ा है।
यह भी पढ़े : पं. दीन दयाल उपाध्याय के मंत्र में असंभव को संभव बनाने की शक्ति : योगी
उन्होंने कहा कि अगर आप इससे पीछे जाएंगे तो आप पाएंगे कि 17 वीं सदी तक भारत दुनिया की नंबर वन अर्थव्यवस्था हुआ करता था। चीन दूसरे स्थान पर था। बाकी सब देश काफी पीछे थे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हमारे बीच गुलामी की मानसिकता समाती चली गई, भारत पिछड़ता चला गया। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के सुदृढ़ अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में विकास किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से 2025 के बीच 70 फ़ीसदी लोग भारत के सामाजिक सुरक्षा के योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, जबकि इससे पूर्व यह आंकड़ा 25 से 30 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का तीसरा स्टार्टअप ईको सिस्टम रखने वाला देश बन गया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश देश के बीमारू राज्य में शामिल था। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद की छवि पहले अच्छी नहीं थी। यह गैंगस्टर के लिए जाना जाता था। यहां पर एक गैंगस्टर के नाम पर फिल्म बन चुकी है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद की पहचान गंदगी और गैंगस्टर से थी। गौतम बुद्ध नगर लूट का एक अड्डा बन गया था। यह अफवाह फैला दी गई थी कि अगर मुख्यमंत्री वहां गए तो दोबारा सीएम नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि इस बात को सुनने के बाद मैंने कहा कि मैं तो फिर नोएडा जरूर जाऊंगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं वहां पर गया। उन्होंने कहा कि जब मैं वहां पर गया तो पता चला कि लूट-खसोट करने वाले लोगों ने ऐसी अफवाह फैलाई थी। उन्होंने कहा कि बार-बार गौतम बुद्ध नगर जाने के बावजूद भी मैं 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री बना।
उन्होंने कहा कि बिजनौर के बारे में कहा जाता था कि रात को मुख्यमंत्री को वहां पर नहीं रुकना चाहिए। मैं वहां गया और वहां पर रात्रि को रुका। आगरा के बारे में कहा जाता था कि सर्किट हाउस में रुकने पर वहां भूत आ जाता है। मैंने भूत से साक्षात्कार करने की ठानी और रात्रि में आगरा में रुका। उन्होंने कहा कि जब कुछ करने की जिद हो तो कोई भी बाधा मार्ग की रूकावट नहीं बन सकती। राष्ट्र और समाज के लिए जाे हितकारी हो, वह काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी में प्रति व्यक्ति आय तीन गुना से ज्यादा हुई है। हजारों नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाया गया है। अन्नदाता किसान के जीवन में खुशहाली आई है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे का नेटवर्क यूपी में है। सबसे ज्यादा मेट्रो नेटवर्क यूपी में चल रहा है। देश का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क यूपी के पास है। उन्होंने कहा कि 12 लेन का गाजियाबाद- मेरठ हाईवे और रैपिड ट्रेन से गाजियाबाद की छवि सुधरी है। उन्होंने कहा कि आज गाजियाबाद गैंगस्टर सिटी नहीं है। गाजियाबाद की पहचान औद्योगिक और शिक्षा के केंद्र के रूप में बनी है। उन्होंने कहा कि आज कोई उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य नहीं कह सकता।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की नंबर- दो अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बन चुका है। अगले कुछ वर्षों में यह नंबर वन की अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत युवा हैं, अन्नदाता किसान है, आधी आबादी नारी शक्ति है ,हमारे उद्यमी है, हमारे श्रमिक है, और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में काम करने वाला हर व्यक्ति हमारी ताकत है। उन्होंने कहा कि भारत विकसित तभी होगा जब आत्मनिर्भर होगा, और भारत तब आत्मनिर्भर होगा जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें अभी से योजना बनानी होगी। अगले 5 वर्ष, अगले 10 वर्ष और अगले 22 वर्ष में हमें क्या हासिल करना है, कैसे करना है। उन्होंने कहा कि हमने स्वास्थ्य ,शिक्षा, उद्योग, कृषि, टेक्नोलॉजी सहित 12 सेक्टर को तय किया है जिसमें हमें लगन और मेहनत से काम करना है तथा उत्तर प्रदेश को देश का सिरमौर बनाना है।
मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व सांसद नरेंद्र तोमर द्वारा भारत के प्रधानमंत्री पर लिखी गई एक पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर विकसित भारत 2047 पर आधारित वीडियो प्रस्तुति की गई।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मंत्री सुनील शर्मा, नरेंद्र कश्यप, सांसद अतुल गर्ग, राजकुमार सांगवान, दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, गाजियाबाद के महापौर श्रीमती सुनीता दयाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ममता त्यागी, विधायक संजीव शर्मा, अजीत पाल त्यागी, धर्मेश तोमर, धर्मेंद्र भारद्वाज, नंदकिशोर गुर्जर ,भाजपा जिला अध्यक्ष शाहिद गाजियाबाद के कई गणमान्य लोग नेता मौजूद थे मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर गाजियाबाद पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त ने मुख्यमंत्री को सम्मान स्वरूप प्रतीक चिन्ह भेंट किया।