रामगढ़। जिले के भू माफियाओं में शामिल अजय सिंह को फर्जीवाड़े के मामले में आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को इस मामले की पुष्टि इंस्पेक्टर विद्या शंकर ने किया है। उन्होंने बताया कि जमीन के मामले का सबसे बड़ा नटवरलाल अजय सिंह जी है। उसने फर्जी हस्ताक्षर से दूसरे व्यक्ति की जमीन बेच डाली थी। शनिवार की अहले सुबह अजय सिंह को शहर के पतरातू बस्ती स्थित रेलवे फाटक के पास स्थित उसके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को उसे रामगढ़ थाना कांड 329/16 में जेल भेजा गया है। मामले के अनुसंधान कर रही सब इंस्पेक्टर राजे कुमारी कुजुर ने बताया कि अजय सिंह और उसके परिवार के अन्य सदस्य जमीन के मामले में काफी सक्रिय रहे हैं। जिस तरह का फर्जीवाड़ा उन्होंने किया है वह एक बड़े घोटाले के रूप में देखा जा सकता है। अजय सिंह के पिता सत्येंद्र सिंह वह भाई ने आनंद सिंह, और पवन सिंह ने बोकारो जिले के कुरमीडीह निवासी धर्मवीर गर्ग 12 डिसमिल जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार करवाया। फिर उसे मांडू प्रखंड के रहने वाली 2 महिलाओं के नाम पर बेच दिया था। इन चारों लोगों ने धर्मवीर गर्ग के नाम पर पतरातू बस्ती में स्थित 12 डिसमिल जमीन, जिसका खाता नंबर 32, प्लॉट नंबर 2147 है, का फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर मांडू निवासी रंजू देवी पति राजकुमार महतो और केदला निवासी शीला देवी पति जंगई राम को बेचा था। उनसे लगभग 16 लाख रुपए भी वसूल लिए थे।