रांची। राजद प्रमुख लालू यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल टीम ने शनिवार को उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती कराने की सिफारिश की । इसके बाद जेल प्रशासन की मंजूरी मिलने के बाद रांची पुलिस की निगरानी में लालू को एंबुलेंस के जरिए एयरपोर्ट ले जाया गया। हरमू रोड होते हुए सहजानंद चौक के रास्ते ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लालू यादव की एंबुलेंस एयरपोर्ट पहुंची। रिम्स से एयरपोर्ट पहुंचने में उनकी एंबुलेंस को करीब 30 से 33 मिनट लगे। क्योंकि बहुत धीरे-धीरे वाहन को ले जाया गया, जहां से विशेष एयर एंबुलेंस से उन्हें दिल्ली ले जाया गया। वहां उन्हें एम्स में भर्ती कराया जाएगा। लालू प्रसाद यादव के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेज प्रताप, तेजस्वी यादव और भोला यादव भी एयर एंबुलेंस से ही दिल्ली गए हैं।
चारा घोटाला में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सेहत में अचानक दो दिनों से आई गिरावट में बहुत अधिक सुधार नहीं आया है। लालू प्रसाद की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनके दोनों पुत्र तेज प्रताप यादव व तेजस्वी यादव के साथ बिटिया मीसा भारती और चिकित्सकों के बीच सलाह-परामर्श किया गया। इसके बाद शनिवार को रिम्स में मेडिकल बोर्ड की टीम गठित हुई है। बैठक में लालू को एम्स भेजे जाने के लिए मेडिकल बोर्ड ने सहमति जताई।
उल्लेखनीय है कि चारा मामले में लालू प्रसाद सज़ायाफ्ता हैं। रांची होटवार जेल से रिम्स में इलाज के लिए कई महीनों से भर्ती हैं। तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई थी। डॉक्टरों ने निमोनिया और फेफड़े में इंफेक्शन बताया था।
लालू की तबीयत को लेकर तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचे। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि उनके पिता लालू की उम्र 70 के आसपास है। शुगर और किडनी के मरीज हैं। क्रिटनीन भी काफी बढ़ गया है, वहीं निमोनिया भी हो गया है। डॉक्टरों से लगातार बातचीत हो रही है। वो जैसी सलाह देंगे, उसे माना जायेगा। हमलोग बेहतर से बेहतर इलाज चाहते हैं। आठ सदस्य की हाई लेवल मेडिकल बोर्ड ने लालू यादव के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए उन्हें एम्स दिल्ली रेफर करने की अनुशंसा की। इसकी जानकारी जेल आईजी को भी मिल गई है। संबंधित रिपोर्ट पर जेल आईजी ने भी हस्ताक्षर कर दिया। सूत्रो ने बताया कि
22 फरवरी तक इलाज की अनुमति मिली है। इसके बाद जेल प्रशासन ने लालू को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के एम्स शिफ्ट करने का आदेश दिया। मेडिकल बोर्ड में आठ अलग-अलग विभाग के एचओडी को शामिल किया गया था। इसमें कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हेमंत नारायण, नेफ्रोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. प्रज्ञा पंत घोष, ऑर्थोपेडिक के डॉ. एलबी माझी, रेडियोलॉजी विभाग के डॉ. सुरेश टोप्पो, नेत्र रोग विभाग के डॉ. बीवी सिन्हा, सर्जरी विभाग के डॉ. आरजी बखला, मेडिसिन विभाग के डॉ. जेके मित्रा और यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरशद जमाल शामिल थे। शनिवार शाम को जारी हेल्थ बुलेटिन में उनकी हालत स्थिर बताई गई। उनका कोविड टेस्ट भी निगेटिव आया। लेकिन, एचआरसीटी रिपोर्ट में निमोनिया पाया गया है। बीते शुक्रवार को लालू की अलग-अलग जांच कराई गई थी। इसमें इको कार्डियोग्राफ, एक्स-रे, न्यूमोनिक, कोविड, ब्लड, यूएसजी, के केयूबीपी और एचआरसीटी शामिल है। इसमें निमोनिया के अलावा सारी रिपोर्ट सामान्य आई थीं। लेकिन, एचआरसीटी और केयूबीपी से फेफड़ों में संक्रमण का पता चला है। बीते गुरुवार को लालू की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही उनका पूरा परिवार रांची पहुंच गया था। शुक्रवार शाम को राबड़ी देवी और दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी रिम्स में करीब 6 घंटे तक लालू के साथ रहे थे। करीब ढाई साल से रिम्स में लालू का इलाज चल रहा था। 29 अगस्त 2018 को उन्हें कार्डियोलॉजी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था। यहां कुत्तों की आवाज से परेशानी होने के बाद 5 सितंबर 2019 को उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया था। 5 अगस्त 2020 को लालू को कोविड संक्रमण के डर से रिम्स के डायरेक्टर के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद दिसंबर में उन्हें दोबारा बंगले से पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया था।
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