नई दिल्ली| देशभर के अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर की सबसे ज्यादा कमी देखन को मिल रही है| इसी बीच शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने के लिए एक घरेलू नुस्खा अपनाने की सलाह दी जा रही है| लेकिन क्या सच में किसी घरेलू नुस्खे से ऑक्सीजन के लेवल को बढाया जा सकता है, यहां जानें इस दावे की हकीकत|
कुछ लोगों ने दीये ये सुझाव की कपूर, लौंग, अजवाइन और नीलगिरी यानी यूकेलिप्टस के तेल की कुछ बूंदें डालकर पोटली बना लें और इसे पूरे दिन सूंघते रहें| ये शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद करता है| पोस्ट में यह भी कहा गया है कि लद्दाख में पर्यटकों को ऐसी पोटली दी जाती है जब वे ऊंचाई पर जाते हैं और उनके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम होने लगता है|
फिलाहल इस दावे को साबित करने के लिए कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है| आइए बताए आपको इन चीजों से जुड़ी कुछ खास बातें
- कपूर सूंघने के नुकसान- आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स की मानें तो कपूर सफेद रंग का ज्वलनशील पदार्थ है जिसकी गंध बेहद तेज और तीखी होती है और यह दिमाग को हाइपर एक्टिव कर देती है जिससे शरीर में खून का बहाव तेज हो जाता है| लेकिन कपूर को ज्यादा मात्रा में सूंघना आपके लिए खतरनाक हो सकता है| नाक, गले और आंखों में जलन के साथ ही गंभीर दौरे पड़ने का भी जोखिम हो सकता है|
- लौंग सूंघने के नुकसान- लौंग में यूजेनॉल होता है जो लीवर की कार्यक्षमता में सुधार करता है और पाचन से जुड़ी दिक्कतें दूर करने में मदद करता है| लेकिन यही यूजेनॉल टॉक्सिसिटी यानी विषाक्तता का भी कारण बन सकता है| लौंग को सूंघने से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है इससे जुड़े कोई शोध मौजूद नहीं हैं| इसलिए लौंग सूंघना खतरनाक जरूर हो सकता है|
- अजवाइन और नीलगिरी का तेल- अजवाइन भले ही पेट के लिए फायदेमंद हो लेकिन कई लोगों को अजवाइन से एलर्जी भी हो सकती है| वहीं नीलगिरी के तेल की बात करें तो यह मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द होने पर आराम दिलाने में मदद करता है| लेकिन अभी भी इस बात को साबित करने के लिए भी कोई वैज्ञानिक शोध या रिपोर्ट मौजूद नहीं है|
कोरोना के मरीज न करें ये गलती
कोरोना के मद्देनजर कई तरह के घरेलू नुस्खे इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं| लेकिन किसी भी तरह के उपाय को करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें वरना आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है या फिर दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं|