रांची। झारखंड हाइकोर्ट के नये चीफ जस्टिस रवि रंजन 17 नवंबर को शपथ लेंगे। उन्हें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू शपथ दिलायेंगी। राज भवन के बिरसा मंडप में दिन के 2:25 बजे शपथ ग्रहण कराया जायेगा। न्यायाधीश को झारखंड हाइकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। वे इससे पहले पंजाब हरियाणा कोर्ट के जज थे। न्यायाधीश डॉ रवि रंजन पटना हाइकोर्ट से स्थानांतरित होकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट गये थे।
गौरतलब है कि 13 नवंबर को जस्टिस डॉ रवि रंजन झारखंड हाइकोर्ट के मुख्यड न्यायाधीश नियुक्त किये गये थे। जस्टिस डॉ रवि रंजन झारखंड हाइकोर्ट के 13वें चीफ जस्टिस होंगे।
डॉ रवि रंजन 9 से 11 अगस्त 2018 और 2 से 16 नवंबर 2018 के बीच पटना हाइकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश भी रहे हैं। पिछले वर्ष सुप्रीम कोर्ट की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने इनका स्थानांतरण पंजाब व हरियाणा हाइकोर्ट कर दिया था।
डॉ रवि रंजन का पटना जिला में हुआ है जन्म
पटना जिला के बिहटा स्थित अमहरा में 20 दिसंबर 1960 में जन्मे जस्टिस डॉ. रवि रंजन ने पटना यूनिवर्सिटी से जियोलॉजी से एमएससी करने के बाद पटना लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री ली। चार दिसंबर 1990 से वकालत की शुरुआत की। इसके पहले वे बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज में पार्ट टाइम लेक्चरर थे। पटना हाइकोर्ट में वकालत के दौरान अक्टूबर 1997 से 25 जून 2004 तक वे भारत सरकार के एडिशनल स्टैंडिंग काउंसिल के पद पर रहे। 26 जून 2004 को केंद्र सरकार ने डॉ रवि रंजर पटना हाइकोर्ट में सीनियर स्टैंडिंग काउंसिल बनाया। 14 जुलाई 2008 को हाइकोर्ट में एडिशनल जज के रूप में नियुक्त किये गये। 16 जनवरी 2010 को इन्हें हाइकोर्ट में स्थाई जज बनाया गया। 17 नवंबर 2018 को पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में शपथ ली।