Ranchi: झारखंड प्रदेश में पारा शिक्षकों (para teacher)की अस्मिता एवं सुनहरे भविष्य की उज्जवलता के लिए विगत 20 वर्षों से तपस्या, नाना प्रकार के प्रताड़ना,संवैधानिक अधिकारों को कुचलने वाली ताकतों से मुखालफत एवं संकुल से राज्य स्तरीय संघर्षशील नेतृत्वकारी साथियों को होटवार जेल तक सफर करने वाले महान हस्तियों सहित 27 -30 वीरों की शहादत की विरासत पर राज्य के 65000 पारा शिक्षकों को हेमंत सोरेन की सरकार ने दिया बड़ा तोहफा जो पारा शिक्षकों के लिए वरदान साबित हुआ।
सभी सरकारों के आगे नतमस्तक होकर पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर काफी मुसीबतों को झेलते हुए शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोत्तम उपलब्धियां हासिल करते हुए झारखंड का नाम रौशन किया।
साथ ही अपने सम्मानजनक मांगों के लिए सरकार के साथ लोकतान्त्रिक व्यवस्था के अनुरूप आंदोलन करते हुए वेतनमान लागू करने की मांग दुहराते रहे परन्तु पूर्व की डबल इंजन की दमनकारी नीतियों वाली सरकार ने हमें शिक्षक का दर्जा से भी नकारते हुए पत्थर बाज और गुंडे की उपाधि देकर हमें अपमानित किया गया किसी ने इसकी सुध नहीं ली।
तत्पश्चात झारखंड में पारा शिक्षकों (jharkhand para teacher)के आंखों से टपकी आंसुओं से मोती बनकर हेमंत सोरेन(hemant soren) की माटी की लोकप्रिय सरकार का गठन हुआ।
सौभाग्य से गिरिडीह जिला का शेर जिसे टाईगर के नाम से मशहूर सर्व जगरनाथ महतो (jagarnath mahto) जी को शिक्षा मंत्री का दायित्व सौंपा गया पद भार ग्रहण करते ही पारा शिक्षकों की नियमावली पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए वेतनमान लागू किए जाने संबंधी संवैधानिक प्रक्रिया पुर्ण करने में अपनी अहम योगदान न्योछावर के लिए समर्पित हो कर आज अंततः कैबिनेट से पारा शिक्षकों की प्रस्तावित नियमावली को अमलीजामा पहनाते हुए स्वीकृति दिलाने का साहसिक कदम उठा कर अपने वायदे को पूरा किए जो काफी काबिले तारीफ एवं गौरवपूर्ण न्याय के पक्षधर साबित हुए।
इस न्यायिक निर्णय पर लगी कैबिनेट की मुहर से पारा शिक्षकों में उत्साह एवं खुशी की लहर पूरे झारखंड में दौड़ रही है और सरकार को बधाई देने में मशगूल हैं।
इस सरकार ने पारा शिक्षकों का समायोजन हेतू जो अध्यादेश कैबिनेट से मंजूरी दिलाने का साहसिक कदम उठाए हैं और सहायक अध्यापक बनाने का काम किए हैं इसके लिए हेमन्त सोरेन की महा गठबंधन सरकार में शामिल सभी कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों खास तौर पे माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतों, एवं गिरिडीह लोकप्रिय विधायक सुदिव्य कुमार सोनू जी सहित अष्ट मंगल के नेतृत्वकारी साथियों एवं गिरिडीह जिला के क्रांतिकारी जिला अध्यक्ष नारायण महतों जी को बहुत बहुत आभार प्रकट करते हुए उन्हें दिल से शुक्रिया हार्दिक शुभकामनाएं एवं गौरवपूर्ण बधाई समर्पित।
साथ ही सभी संकुल से लेकर प्रखण्ड अध्यक्षों, जिला के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं राज्य के अगुआ नेतृत्वकारी साथियों साथ साथ एक -एक क्रांतिकारी सभी सहायक अध्यापकों को गिरिडीह जिला की ओर से बहुत बहुत धन्यवाद एवं हार्दिक शुभकामनाएं समर्पित।
अगला मिशन वेतनमान लागू किए जाने तक संघर्ष जारी रहेगा और यही सरकार हमें वेतनमान भी देगी