भोपाल। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की हिंसा को लेकर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया है। गुरुवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंची उमा भारती ने कहा कि जेएनयू के माहौल में विचारकों का एक धड़ा जहर घोल रहा है।
उमा भारती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जेएनयू से मुझे लगाव था। अगर मुझे पढ़ने का मौका मिलता तो जेएनयू से पढ़ती। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी का माहौल खराब कर जेएनयू पर कलंक लगाने का काम किया गया है। घटना की सत्यता सामने आ जाएगी। पुलिस हमलावरों की पहचान कर रही है।
जेएनयू में जहर घोलने वाले विचारकों की तुलना सांपों की विशेष प्रजाति से करते हुए कहा कि ऐसे सांप संख्या में तो कम हैं लेकिन बहुत जहरीले होते हैं। हमें समाधान निकालकर उन्हें ठीक करना होगा। माहौल को जहरीला बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, हमें कुछ चीजों को ठीक करना होगा और हम उन्हें ठीक करेंगे। इस दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह के विवादित बयानों को लेकर कहा कि दिग्विजय सिंह जब से भोपाल से हारे हैं, उसके बाद से उनकी स्थिति खराब हो गई है। उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।