नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने देश के विभिन्न भागों से भारत सरकार द्वारा परिकल्पित “देखो अपना देश” और “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की पर्यटन अवधारणाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत गौरव पर्यटक ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। भारतीय रेलवे भारत को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्षेत्र में एक आकर्षक गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करने के हमेशा प्रतिबद्ध रहा है। भारतीय रेल की इन थीम-आधारित ट्रेनों की परिकल्पना घरेलू पर्यटकों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत से अवगत कराने हेतु की गई है।
भारतीय रेलवे 28 अप्रैल, 2023 को पुणे से पुरी-गंगासागर दिव्य काशी यात्रा का शुभारंभ करने हेतु तत्पर है, जो सनातन धर्म के तीर्थयात्रियों हेतु पूर्ण रूप से बुक है। पर्यटकों को दी जा रही 9 रातों और 10 दिनों की यात्रा में पुरी, कोलकाता,गया, वाराणसी और प्रयागराज के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को शामिल किया जाएगा, जिसमें आगंतुकों को सबसे प्रसिद्ध मंदिरों और अन्य तीर्थ स्थानों जैसे जगन्नाथपुरी मंदिर, कोणार्क मंदिर, पुरी में लिंगराज मंदिर, कोलकाता में काली बाड़ी और गंगा सागर, गया में विष्णु पद मंदिर और बोधगया, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा घाट और प्रयागराज में त्रिवेणी संगम आदि देखने को मिलेगा।
आईआरसीटीसी, इस सर्व समावेशी टूर की पेशकश कर रहा है, जिसमें भारत गौरव ट्रेन के विशेष एलएचबी रेक में आरामदायक रेल यात्रा, ऑन-बोर्ड और ऑफ-बोर्ड भोजन, सड़क परिवहन और गुणवत्तायुक्त बसों में दर्शनीय स्थलों की यात्रा, यात्रा कार्यक्रम के अनुसार आवास की व्यवस्था, यात्रा में टूर एस्कॉर्ट्स, यात्रा बीमा, ऑन-बोर्ड सुरक्षा और हाउसकीपिंग के अलावा पर्यटकों के लिए विभिन्न ऑन-बोर्ड मनोरंजन गतिविधियों की सेवा शामिल है।
ट्रेन की बुकिंग को अधिकतम करने के लिए पर्यटकों के लिए टूर की आकर्षक कीमत निर्धारित की है। भारतीय रेलवे सनातन धर्म के अनुयायियों का स्वागत करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है कि वे रमणीय आध्यात्मिक यात्रा पर जाएँ और धार्मिकता और पवित्रता के मार्ग का आनंद लें।