रांची। शिक्षा को लेकर संजीदा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की परिकल्पना मूर्तरुप ले रही है अब। राज्य के वंचित और गरीब बच्चों को समय की मांग के अनुरूप उत्कृष्ट शिक्षा देने का सपना साकार होगा।मुख्यमंत्री 2 मई 2023 को जिला स्तरीय 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ रांची के धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से करेंगे। यह विद्यालय भी उत्कृष्ट विद्यालय में तब्दील किया गया है। यह सभी विद्यालय सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं, जहां बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।
दरअसल, झारखण्ड के इतिहास में पहली बार होगा, जब सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने की सोच को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इसके तहत राज्य सरकार ने पूरे राज्य में 80 जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय, 325 प्रखण्ड स्तरीय लीडर स्कूल और 4,091 ग्राम पंचायत स्तरीय आदर्श विद्यालय बनाने एवं सरकारी स्कूल के 15 लाख से अधिक बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य तय किया है।
महामारी ने रोकी थी रफ्तार, मुख्यमंत्री करते रहे समीक्षा
मुख्यमंत्री जिलों में उत्कृष्ट विद्यालय के निर्माण एवं सीबीएसई संबद्धता को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए गंभीर थे, लेकिन दो वर्ष के कोरोना संक्रमण काल ने विद्यालयों के कार्य को प्रभावित किया। मुख्यमंत्री लगातार निर्माण कार्य, शिक्षकों का प्रशिक्षण, सीबीएसई संबद्धता समेत अन्य प्रक्रियाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश देते रहे। अब राज्यभर के इन 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में अत्याधुनिक आधारभूत संरचना, लाइब्रेरी, सांइस लैब, डिजिटल स्मार्ट क्लास, सूचना प्रौद्योगिकी का मजबूत ढांचा, खेल प्रशिक्षण समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
प्रशिक्षण प्राप्त प्रधानाध्यापक करेंगे बच्चों का मार्गदर्शन
इन उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप ने दो चरणों में दे चुका है। इन प्रधानाध्यापकों काे प्रशिक्षण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने दिया है। जनवरी माह में प्रधानाध्यापकों में क्षमतावर्धन के लिए आईआईएम ने भी प्रशिक्षण दिया।
11 ट्रेड में व्यवसायिक शिक्षा
इन उत्कृष्ट विद्यालयों के बच्चों को व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बच्चों को एग्रीकल्चर, आईटी, आईटीईएस, अपारेल एण्ड मेडअप एण्ड होम फर्निशिंग, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ऑटोमोटिव, टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटालिटी समेत अन्य ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाएगा। संबंधित ट्रेड से जुड़े राज्य स्तरीय प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों के साथ इंडस्ट्रियल फील्ड विजिट की व्यवस्था की जा रही है ताकि भावी जीवन में उनके रुचि के अनुसार रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सके।