रांची। झारखंड का अति नक्सल प्रभावित जिला चाईबासा नक्सलियों का सेफ जोन बन गया था। अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए चाईबासा के एक ही इलाके में लगातार सुरक्षाबलों और पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी बम लगा रहे हैं लेकिन सुरक्षा बलों और झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के हर मनसूबे को ध्वस्त करते हुए पांच दिनों में 29 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बम को बरामद किया है।
कब-कब आईईडी बरामद हुई
04 जून : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा के गोईलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत मारादिरी गांव से कुईड़ा के बीच जंगली पहाड़ी क्षेत्र से पुलिस ने पांच-पांच किलो के दो आईईडी बम बरामद किया है।
01 जून : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा के टोन्टो थाना क्षेत्र अंतर्गत तुम्बाहाका गांव जाने वाले रास्ते में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साजिश को सुरक्षा बलों ने विफल कर चार आईईडी बम बरामद किया है। सभी आईईडी को डिफ्यूज कर दिया गया है। बरामद आईईडी में 50 किलो का एक, पांच किलो का एक, आठ-आठ किलो के दो विस्फोटक हैं।
31 मई : पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोन्टो थाना क्षेत्र के पटातारोब से तुम्बाहाका गांव जाने वाले रास्ते में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की साजिश को सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया है। सुरक्षा बलों ने सात आईईडी बम बरामद किया है। सभी आईईडी को डिफ्यूज कर दिया गया है। बरामद आईईडी में चार-चार किलो का तीन, पांच किलो का एक, आठ-आठ किलो का तीन शामिल है।
30 मई : पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के तुम्बाहाका और गोईलकेरा थाना क्षेत्र के मारादिरी, हाथीबुरू मेरालगढ़ा और छोटा कुईड़ा जंगल के आसपास से सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों के लगाए गए 11 आईईडी बरामद हुआ। सभी आईईडी को उसी स्थान पर निष्क्रिय कर दिया गया गया।
29 मई : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने पांच आईईडी को बरामद कर नष्ट कर दिया। इनमें एक 20 किलो का, एक 12 किलो का, एक 6 किलो का और दो पांच-पांच किलो के थे। सभी आईईडी को उसी स्थान पर नष्ट कर दिया गया।
इस संबंध में एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के लिए भ्रमणशील है। सुरक्षा बलों को लक्षित करने के उद्देश्य से आईईडी बम लगाया जा रहा है लेकिन सुरक्षाबल लगातार अभियान चलाकर आईईडी बरामद कर नक्सलियों के कमर तोड़ने का काम कर रही है।