कोलकाता: पश्चिम बंगाल में गत आठ जून को पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से ही लगातार हिंसा का दौर जारी है। जिस दिन से नामांकन शुरू हो यानी 9 जून से ही हर रोज राज्य भर से हमले हंगामे की सैकड़ों घटनाएं सामने आ रही हैं। पंचायत चुनाव की हिंसा में अब तक पांच लोगों को मौत हत्या हो है जबकि माकपा, कांग्रेस और भाजपा के नामांकन दाखिल कर चुके उम्मीदवार घर छोड़कर दूसरी जगह रहने को मजबूर हैं। शनिवार को भी सुबह से ही वही दृश्य सामने आने लगे। सबसे पहले समय केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशिथ प्रमाणिक को निशाना बनाकर उनके काफिले पर हमला किया गया। उसके बाद दोपहर के समय मालदा जिले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। राज्य भर में हो रही हिंसा की इन वारदातों को लेकर राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस ने राज्य के चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को बुलाया था लेकिन वह नहीं गए।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशिथ प्रमाणिक पर एक बार फिर कूचबिहार जिले में जानलेवा हमला हुआ है। यहां साहिबगंज इलाके में जब भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुकुमार रॉय और पार्टी की महिला पंचायत उम्मीदवार के साथ प्रमाणिक गुजर रहे थे तो शनिवार को उनके काफिले को घेर कर धारदार हथियारों से हमले किए गए। तीर चलाए गए हैं और कटार फेंके गए हैं। तीर के अगले हिस्से में लोहे की धारदार नोक लगी थी जिसे लगने पर जान भी जा सकती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि बमबारी भी हुई है। उन पर तृणमूल के लोगों ने हमला करवाया है। प्रमाणिक ने कहा कि राज्य के गुंडा मंत्री उदयन गुहा ने हमला करने वालों का नेतृत्व किया है। पुलिस मौके पर मौजूद थी लेकिन बीच बचाव करने के बजाय तमाशबीन बनी रही।



