धमतरी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने गरीब, किसान और श्रमिकों के लिए विभिन्न तरह की योजनाएं संचालित की हैं, ताकि उनकी किसी ना किसी तरह से मदद हो सकें। प्रदेश सरकार की इन्हीं योजनाओं में से एक है, श्रम विभाग के अंतर्गत संचालित’मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना’, (Chief Minister Noni Empowerment Assistance Scheme’) जिससे जिले के श्रमिक वर्ग लाभांवित हो रहे हैं। इस योजना का लाभ लेने वाली धमतरी शहर के गोकुलपुर वार्ड में रहने वाली माधुरी गुप्ता की जो खुद तो रोजी मजदूरी का काम करती है पर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती है, क्योंकि वह शिक्षा का महत्व अच्छी तरह से जानती है।
मद्रास हाईकोर्ट बोला- सिर शर्म से झुक जाना चाहिए, जानें क्या है मामला
माधुरी बताती हैं कि पति की तबीयत खराब होने के बाद परिवार में वह अकेली कमाने वाली सदस्य है। चार बच्चों की परवरिश और पढ़ाई लिखाई करवाना आसान नहीं था। लेकिन माधुरी पढ़ाई का महत्व जानती और समझती थी। माधुरी ने बिना हार माने बच्चों की परवरिश और पढ़ाई कराकर उन्हें आगे बढ़ाने की मन में ठान ली। किसी भी अभिभावक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है, बच्चों की अच्छी शिक्षा, उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करना और जीवन में हर परिस्थिति का डटकर सामना कराना। इन्हीं सब बातों को सोचते हुए माधुरी मेहनत-मजदूरी करने लगी और अपने परिवार को सम्हाले लगी।
उसे लोक सेवा केन्द्र से ’मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना’ (Chief Minister Noni Empowerment Assistance Scheme’) की जानकारी मिली। माधुरी ने बिना देरी किए तत्काल आवश्यक दस्तावेजों के साथ योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया और उसका आवेदन पास हो गया। विभाग से मिले इन पैसों से माधुरी ने अपनी बेटी को 12 वीं की पढ़ाई कराई और अब उसका दाखिला आई टी आई में करवा रही है। श्रमिकों के बेटियों को नई राह दिखाने के लिए और बेटियों को शिक्षित व सक्षम बनाने के लिए माधुरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हृदय से धन्यवाद कर रही है। गौरतलब है कि जून माह तक जिले में मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना (Chief Minister Noni Empowerment Assistance Scheme’) के तहत जिले में कुल चार हजार 112 आवेदन मिले तथा एक हजार 999 हितग्राहियों को कुल तीन करोड़ 99 लाख 80 हजार रुपये की सहायता प्रदाय की गई है।
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक श्रमिक को छत्तीसगढ़ का स्थाई निवासी और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत होना अनिवार्य है। इस योजना का लाभ एक परिवार की केवल दो बेटियों को ही मिलेगा। योजना के माध्यम से राज्य के गरीब परिवार की बेटियों को बीस-बीस हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है, ताकि इस पैसे का इस्तेमाल बेटियों की पढ़ाई अथवा शादी में किया जा सकें। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना (Chief Minister Noni Empowerment Assistance Scheme’) के तहत ‘छत्तीसगढ़ भवन (Chhattisgarh Bhawan) एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल’ में पंजीकृत गरीब परिवार की दो बेटियों को उनके बैंक खातों में बीस-बीस हजार रुपये की राशि अंतरित की जाएगी।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर लॉ-कमीशन को मिले लाखों सुझाव, 14 जुलाई है लास्ट डेट
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के लाभ
इस योजना की मदद से छत्तीसगढ़ के गरीब परिवार की बेटियों की शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा विवाह में काफी मदद तो मिल ही रही है। साथ ही यह योजना से प्रदेश की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रही है। प्रदेश के ऐसे श्रमिक जिनका आय का कोई और जरिया नहीं है, वे भी इस योजना की मदद से अपनी बेटियों के पढ़ाई के सपने को पूरा कर सकेंगे।