RANCHI। डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में आजसू पार्टी की यशोदा देवी एनडीए उम्मीदवार होंगी। एनडीए की हुई बैठक में रविवार को आजसू की तरफ से यशोदा देवी के नाम पर मुहर लगी।
पांच सितंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय में एनडीए की बैठक हुई। भाजपा प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी के साथ आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो और पार्टी के अन्य नेताओं ने मंथन और चर्चा की। बैठक में भाजपा के नेता अमर बाउरी, लुईस मरांडी, अमित मंडल, जेपी भाई पटेल सहित प्रदेश और महानगर के पदाधिकारी मौजूद रहे जबकि आजसू के सुप्रीमो सुदेश महतो के अलावा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और लंबोदर महतो भी मौजूद रहे।
आजसू पार्टी प्रदेश कार्यालय में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि यशोदा देवी 17 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगी। उन्होंने कहा कि आज झारखंड प्रदेश के भाजपा प्रभारी, संगठन मंत्री के अलावा अन्य भाजपा नेताओं तथा आजसू पार्टी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष तथा सांसद सीपी चौधरी के साथ डुमरी उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई। इसमें एनडीए कैंडिडेट और उसकी जीत के लिए अहम रणनीति पर चर्चा हुई। तय हुआ कि आजसू पार्टी की ओर से ही कैंडिडेट दिया जाएगा।
देवशरण ने कहा कि भाजपा संग बैठक के बाद आजसू पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में डुमरी की पूर्व प्रमुख रही और 2019 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रही यशोदा देवी को चुनावी मैदान में खड़ा किया जाएगा। 17 अगस्त को वे नामांकन करेंगी तो उस समय एनडीए के बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे।
इस मौके पर विधायक लंबोदर महतो, हुसैनाबाद के पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में यशोदा देवी को 36,840 वोट मिले थे जबकि भाजपा उम्मीदवार के रूप में प्रदीप कुमार साहू 36,013 वोट मिले थे।
यशोदा देवी प्रखंड प्रमुख से सक्रिय राजनीति
यशोदा देवी के पति स्व दामोदर महतो अविभाजित बिहार में जदयू से जुड़े हुए थे। डुमरी से चुनाव भी लड़ चुके थे। झारखंड अलग राज्य बनने के बाद वे आजसू पार्टी से जुड़ गए थे। 2016-17 में उनके निधन के बाद इंटर पास यशोदा देवी ने डुमरी प्रमुख के तौर पर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 2019 में विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी ने उनकी दक्षता को देखते उन्हें टिकट दिया था। हालांकि, झामुमो के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री जगरनाथ महतो इस सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। अब उनके निधन के बाद उनकी पत्नी बेबी देवी को हेमंत सरकार में मंत्री बनाया गया है। उपचुनाव में उन्हें जीत हासिल करने को यशोदा देवी से चुनौती मिलेगी।