देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार हर क्षेत्र में तेजी कार्य कर रही है। महिला सशक्तिकरण, रोजगार, वेलनेस, आयुर्वेद, आयुष, पर्यटन, इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास, औद्यानिकी के क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। शुक्रवार को आईएसबीटी के निकट एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने यह बातें कही।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट लगभग तैयार हो चुका है। समिति ने विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के इसके लिए सुझाव लिए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड में हर स्थान एक नया डेस्टिनेशन है। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में प्रबल संभावनाओं को देखते हुए अगले 25 सालों के प्लान पर कार्य किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है। आपदा की दृष्टि से भी संवेदनशील राज्य है। अभी मानसून सक्रिय है। अभी तक इस वर्ष अतिवृष्टि से राज्य में 01 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार से राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। अभी तक राज्य को केन्द्र से डेढ़ लाख करोड़ से अधिक की योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। राज्य में पिछले साल जीएसटी में 25 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्ति हुई। इस वर्ष भी अभी तक जीएसटी से राजस्व प्राप्ति की स्थिति अच्छी है। राज्य में सख्ती से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। वन विभाग की भूमि से 2700 एकड़ की भूमि अतिक्रमण से मुक्त की गई। राज्य में सख्त नकल विरोधी कानून बनाया गया है। नकल का अपराध काफी समय से चल रहा था। जन शिकायतों पर जब इसमें जांच कराई गई तो इसमें सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की गई। 80 से अधिक दोषियों को जेल भेजा गया। राज्य में नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद अभी तक जो भी परीक्षाएं हुई हैं, सभी शांतिपूर्ण एवं निर्विघ्न सम्पन्न हुई हैं।
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कोरोना के बाद राज्य में तेजी से रिवर्स माइग्रेशन हुआ है। लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं बनाई गई हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि हमारे नौजवान सिर्फ रोजगार पाने वाले न बनें, बल्कि रोजगार देने वाले भी बनें।