Shimla: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी आपदा से बुरी तरह प्रभावित सूबे के पर्यटन उद्योग को उभारने के लिए सुक्खू सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार हर जिले में पर्यटन उत्सव आयोजित कर पर्यटकों को लुभाएगी।
प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने बुधवार को शिमला में कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हुआ है लेकिन अब धीरे-धीरे पर्यटकों का हिमाचल प्रदेश के लिए विश्वास बढ़ रहा है और पर्यटकों का आना शुरु हो चुका है।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों को प्रदेश में लाने के लिए पर्यटन विकास निगम पर्यटन उत्सवों का आयोजन करेगी। इसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक संस्कृति, वेशभूषा और व्यंजनों को प्रदर्शित किया जाएगा ताकि हिमाचल आने के प्रति पर्यटकों की रूचि बढ़े।
बाली ने कहा कि हिमाचल में प्राकृतिक आपदा प्रभावितों के पुनर्स्थापन के लिए राज्य सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 4500 करोड रूपए के विशेष आर्थिक पैकेज का प्रावधान किया है। साथ ही आपदा राहत मैनुअल में रिकॉर्ड 25 गुणा बढ़ौतरी की है। सरकार के इस कदम से आपदा प्रभावित लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
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उन्होंने कहा कि आपदा से उभरने के लिए केंद्र सरकार से मदद न मिलने के बावजूद हिमाचल सरकार ने दरियादिली दिखाते हुए विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
आरएस बाली ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 12 हजार करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है और 500 लोगों की जान चली गई है। तीन हजार लोग बेघर हो गए हैं जिनकी प्रति सरकार ने सहानुभूति दिखाते हुए विशेष आर्थिक बजट की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों के लिए राहत देना केंद्र सरकार का दायित्व बनता था लेकिन केंद्र सरकार से इसके लिए अलग से एक भी रुपए की मदद नहीं मिली है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आपदा के समय प्रदेश के भाजपा नेताओं और केंद्र की सरकार का रवैया नकारात्मक रहा।