रांची : आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्तियों के दरवाजे तक सरकार की योजनाओं और सेवाओं को पहुंचाना है। सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहनेवाले हर गरीब और जरूरतमंद की समस्याओं का समाधान उसके घर पर मिले, इसलिए हर पंचायत में शिविर लगाये जा रहे हैं। यहां अधिकारियों की पूरी टीम मौजूद है। आप सभी इन शिविरों में आकर कल्याणकारी योजनाओं से जुडें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को पलामू में आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार के तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड युवावस्था में कदम रख चुका है। पिछले दो दशक के दौरान झारखंड की किसी ने चिंता नहीं की। इस वजह से यह राज्य पिछड़ता चला गया, लेकिन हमारी सरकार सभी के सहयोग से झारखंड की तकदीर और तस्वीर बदलने को तैयार है। इसके लिये युवाओं को युवा राज्य के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने झारखंड को वर्ष 2025 तक आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। हम इस राज्य को अपने दम पर खड़ा करेंगे, जहां उसे किसी से सहयोग की जरूरत नहीं पड़ेगी। अपने बलबूते इस राज्य को अव्वल राज्यों की श्रेणी में लायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की आत्मा गांवों में बसती है और किसान गांव के रीढ़ हैं। ऐसे में सरकार किसानों को सशक्त और उनकी आय बढ़ाने के लिए पूरी ताकत के साथ काम कर रही है। किसानों के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। हर खेत में पानी पहुंचे, इसके लिये सिंचाई योजनाओं पर तेज गति से काम हो रहा है। किसानों की सहायता के लिए कृषि पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है। हमारी सरकार किसानों को सशक्त बना रही है।
मुख्यमंत्री ने योजनाओं का दिया तोहफा : मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 100 करोड़ 69 लाख 89 हजार रुपये की लागत से निर्मित 113 योजनाओं का उद्घाटन किया। वहीं, 75 योजनाओं की आधारशिला रखी। इन योजनाओं पर करीब 104 करोड़ रुपये खर्च होंगें। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के 6 लाख 53 हजार 152 लाभुकों के बीच करीब 68 करोड़ 67 लाख रुपये की परिसंपत्ति बांटी। इस अवसर पर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कृषि मंत्री बादल और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, विधायक रामचंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, पलामू प्रमंडल के पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा और जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।