खूंटी। झारखंड लोक सेवा आयोग की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही 268 वीं रैंक प्राप्त कर खूंटी जिला का नाम रौशन करनेेवाली रूपम सोनाली को एबीवीपी ने रविवार को सम्मानित किया।
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मात्र 22 वर्ष की आयु में सोनाली ने यह उपलब्धि हासिल की। रूपम सोनाली आज पूरे युवा वर्ग, विशेषकर ग्रामीण और आदिवासी बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) खूंटी इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोनाली के आवास पर पहुंचकर उनकी दीदी को अंग वस्त्र और उन्हें पुष्प गुच्छ और सम्मान-पत्र भेंट किया और शुभकामनाएं दी। संगठन ने रूपम की मेहनत, संघर्ष और संकल्प की सराहना करते हुए कहा कि यह सफलता सामाजिक बदलाव की दिशा में एक मजबूत संकेत है।
प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित विभाग संयोजक प्रकाश टूटी ने उन्हें सम्मान-पत्र सौंपते हुए कहा कि रूपम सोनाली की सफलता यह साबित करती है कि जब संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी परिस्थिति रास्ता नहीं रोक सकती। यह उपलब्धि समाज की हजारों बेटियों के लिए उम्मीद की किरण है। एबीवीपी उनके उज्जवल भविष्य के लिए मंगलकामना करती है और हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
सम्मान समारोह के दौरान रूपम सोनाली ने अपने संघर्ष की यात्रा को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे सीमित संसाधनों, पारिवारिक चुनौतियों और सामाजिक कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और दिन-रात मेहनत करती रहीं। उन्होंने कहा, जब मन में कुछ करने की आग हो, तो कोई भी गरीबी या परिस्थिति आपको नहीं रोक सकती। यह सफलता सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि मेरे माता-पिता, शिक्षकों और उस हर व्यक्ति की है जिसने मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत दी। रूपम ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि लड़कियों को पढ़ाई के क्षेत्र में आगे लाने की जरूरत है और समाज को उनके संघर्ष को समझते हुए उन्हें समर्थन देना चाहिए।
इस मौके पर एबीवीपी के जिला संयोजक पवन कुमार, नगर मंत्री अशोक टूटी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हीरांजलि हेंब्रम, सदस्य सुखराम, दीपक एवं निमोनती बोदरा भी उपस्थित थे।