Ranchi: सहारा इंडिया (Sahara India) के करोड़ों निवेशकों की जमा राशि जो सालों से फंसी हुई थी, उनके के लिए रहता की खबर है। सहारा रिफंड पोर्टल के जरिये वापस वेज जा रहा है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि सहारा की चार सहकारी समितियों में डूबे रुपये लोगों को वापस लौटाने के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। आज ‘सहारा रिफंड पोर्टल’ के माध्यम से जमाकर्ताओं को उनकी राशि ट्रांसफर की जा रही है।
सहारा समूह के को-ऑपरेटिव में फंसे करोड़ों निवेशकों के पैसे की वापसी के लिए केंद्र सरकार ने सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव सोसाइटी पोर्टल लॉन्च किया है। इसके जरिए सहारा की चार को-ऑपरेटिव सोसाइटी के ऐसे निवेशकों को पैसा वापस मिल सकेगा, जिनके इन्वेस्टमेंट की मैच्योरिटी पूरी हो चुकी है। पहले चरण में निवेशकों के 10,000 रुपये की राशि लौटाई जाएगी, जिनका 10,000 रुपये से अधिक जमा है, उन्हें भी अभी सिर्फ 10,000 रुपये ही रिफंड किए जाएंगे।
सहारा रिफंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने वाले लाखों निवेशकों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (amit shah) ने सहारा रिफंड पोर्टल को लॉन्च करते हुए कहा था कि 45 दिनों के भीतर निवेशकों का पैसा उनके खाते में पहुंच जाएगा और अब सहारा की को-ऑपरेटिव में निवेश करने वाले करोड़ों निवेशकों को पैसे वापस करने का प्रोसेस शुरू भी कर दिया गया है। इस काम की शुरुआत भी केंद्रीय मंत्री अमित शाह के हाथों से की हुई है।
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केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारा निवेशकों के क्लेम अमाउंट को ट्रांसफर करने के दौरान कहा कि ये बड़ी खुशी की बात है कि सहारा निवेशकों के पैसे रिफंड होने शुरू हो गए हैं।अमित शाह के मुताबिक, आज 112 लाभार्थियों को 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त हस्तांतरित कर दी गई है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने अब तक इस पोर्टल के जरिए रिफंड के लिए आवेदन करने वाले निवेशकों का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किए जाने के बाद से 18 लाख लोगों ने इसपर रजिस्ट्रेशन कराया है।
सहारा ग्रुप की सहारा क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के पास पैसे जमा करने वाले इंवेस्टर्स को रिफंड दिलाने के लिए सहकारिता मंत्रालाय ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 5,000 करोड़ रुपये सीआरसीएस को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था।
केंद्र सरकार की ओर से जो सहारा रिफंड पोर्टल लॉन्च किया गया है। उस पर सहारा निवेशक खुद से लॉगिन करके अपना नाम रजिस्टर्ड कर सकते हैं और वेरिफिकेशन के बाद पैसे वापसी की प्रक्रिया शुरू होगी। पैसों की वापसी का ये पूरा प्रोसेस 45 दिनों में पूरा होगा।अप्लाई किए जाने के बाद इसके बाद सहारा इंडिया निवेशकों के दस्तावेज सहारा ग्रुप की समितियों द्वारा 30 दिन में वेरिफाई किए जाएंगे और ऑनलाइन क्लेम दर्ज करने के 15 दिन के भीतर SMS के जरिए उन निवेशकों को सूचित कर दिया जाएगा।