West Singhbhum । सरायकेला, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) की सीमा पर गुरुवार को अचानक नक्सली और सुरक्षाबलो के बीच 10 लाख के इनामी अमित मुंडा दस्ते से मुठभेड़ हो गया। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को मार गिराया। खूंटी-चाईबासा सीमा पर स्थित कराईकेला थाना क्षेत्र के बलियाडीह में मुठभेड़ मारे गये नक्सली की पहचान एरिया कमांडर बुधराम मुंडा के रुप में की गई है।
रांची रेंज के वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर जिला पुलिस और कोबरा बटालियन नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे थे। इसी क्रम में अमित मुंडा दस्ता के नक्सली फायरिंग कर दी। जबाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने फायरिंग की जिसमें एक नक्सली को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि कुछ अन्य नक्सलियों को भी गोली लगी है। घटना की पुष्टि करते हुए डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है और सर्च अभियान जारी है।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादियों के टॉप नक्सली जुटने वाले हैं। सूचना महत्वपूर्ण थी इसलिए सीआरपीएफ के 209 कोबरा और आज पश्चिमी सिंहभूम जिले के सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान सहित झारखंड पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाई गई। इसी दौरान खूंटी जिले के अड़की और पश्चिमी सिंहभूम जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच गुरुवार की दोपहर भीषण मुठभेड़ शुरू हो गयी। दोनों तरफ से गोलीबारी के बीच एक नक्सली मारा गया. जबकि कई नक्सलियों के घायल होने की सूचना है।
इस संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है।उन्होंने बताया कि गोलीबारी थमने के बाद ही बताया जा सकेगा कि पुलिस को कितनी सफलता मिली है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक पुलिस नक्सली पर भारी होने के कारण जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। पुलिस घटनास्थल पर सर्च अभियान चला रही है।
चुनाव के मद्देनजर नक्सल प्रभावित सीमावर्ती इलाकों में बरती जा रही विशेष चौकसी
झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर 25 मई को चुनाव होना है। इनमें रांची, धनबाद, गिरिडीह और जमशेदपुर की सीटें शामिल हैं. रांची लोकसभा क्षेत्र का इलाका खूंटी से सटा हुआ है। इस लोकसभा क्षेत्र में ही सरायकेला जिले का ईचागढ़ विधानसभा सीट भी शामिल है। इसको लेकर रांची से सटे नक्सल प्रभावित सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। पुलिस को अंदेशा है कि नक्सली चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए जगह-जगह कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है।