Ranchi: दिवंगत जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) की पत्नी बेबी देवी ने झारखंड (Jharkhand) सरकार में 11वें मंत्री के रुप में शपथ ली। बेबी देवी को राजभवन के दरबार हॉल में सोमवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
शपथ ग्रहण के बाद बेबी देवी ने पत्रकारों के सवालों पर कहा कि गुरुजी शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) का जो भी आदेश होगा, वह उसका पालन करेंगी। वे क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगी और अपने पति जगरनाथ महतो के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए लगातार काम करेंगी। मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बन्ना गुप्ता, मंत्री सत्यानंद भोक्ता व राज्यसभा सांसद महुआ माजी सहित कई विधायक मौजूद थे।
इससे पूर्व बेबी देवी ने अपने बेटे अखिलेश महतो और परिजनों के साथ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में पूजा अर्चना की। मां का आशीर्वाद लिया और शक्ति मांगी। घर से निकलने के पहले उन्होंने अपने पति स्व. जगरनाथ महतो के चित्र पर माल्यार्पण किया। राजभवन पहुंचने से पहले बेबी देवी ने झामुमो प्रमुख गुरुजी शिबू सोरेन से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया।
पिछले छहअप्रैल को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का चेन्नई में इलाज के दौरान निधन हो गया था। उनके निधन के बाद से ही मंत्री पद खाली था।
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद से यह तीसरी बार होगा जब कोई विधानसभा का सदस्य बने बगैर मंत्री बना है। अब तक मधु कोड़ा सरकार में स्व. हेमेंद्र प्रताप देहाती और हेमंत कैबिनेट में हफीजुल हसन का नाम इस सूची में शामिल है। इस मामले में अब बेबी देवी तीसरा उदाहरण होंगी। बेबी देवी हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाली दूसरी महिला हैं। जोबा मांझी हेमंत कैबिनेट में पहले से शामिल हैं।
मुख्यमंत्री समेत कई ने दी बधाई
मंत्री पद की शपथ लेते ही नवनियुक्त मंत्री बेबी देवी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर बधाई दी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता,सत्यानंद भोक्ता व कई विधायकों,सांसदों ने भी उन्हें बधाई और शुभकामनांए दीं।
1979 में जगरनाथ महतो के साथ विवाह बंधन में बंधी
बेबी देवी का नैहर धनबाद जिला के तोपचाची प्रखंड के गोमो के पास जीतपुर गांव में है। 1979 में कम उम्र में ही उनकी शादी जगरनाथ महतो के साथ हो गई। उस समय जगरनाथ महतो मिडिल स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। शादी के 44 साल हो गए। मौजूदा समय में बेबी देवी के पिता भवानी महतो और मां झुपरी देवी सहित दो भाई बोधराम महतो और मोहन महतो का भी निधन हो चुका है।
बेबी देवी और जगरनाथ महतो के चार बेटी व एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी सुनीता कुमारी की शादी गिरिडीह के मदेडीह, दूसरी बेटी रीना कुमारी नावाडीह, तीसरी बेटी गीता कुमारी हजारीबाग व कनिष्ठ बेटी पूनम कुमारी की शादी रांची के तमाड़ में हुई है।इकलौता बेटा अखिलेश महतो ऊर्फ राजू है।
बेबी देवी विवाह बंधन में बंधने के बाद घर गृहस्थी के कामों में लगी रहीं। उन्हें क्या पता था कि तकदीर एक दिन घर गृहस्थी के कामों से इतर राजनीति, सत्ता और मंत्रालय के गलियारे में ले आयेगी। वैसे तो जगरनाथ महतो ने भी हाई स्कूल तक की पढ़ाई की थी। इंटर में उन्होंने मंत्री रहते अपना नामांकन कराया था। बेबी देवी के कंधे पर घर गृहस्थी के साथ पति के राजनैतिक दायित्व को भी संभालने की जिम्मेवारी आ गई।
जगरनाथ 2005 में झामुमों की टिकट पर चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने। इसके बाद लगातार चार बार चुनाव जीते और डुमरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
मंत्री मिथिलेश ठाकुर हुए नाराज
राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह में मंत्री मिथिलेश ठाकुर शामिल नहीं हुए। हालांकि वो राजभवन पहुंचे थे, लेकिन नाराज होकर राजभवन गेट से ही वापस लौट गए। वो पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे के साथ राजभवन पहुंचे थे, लेकिन राजभवन के गेट पर ये कहकर रोक दिया गया कि केवल मंत्री ही अंदर जा सकते हैं। उनसे पूछे जाने पर मंत्री ठाकुर राजभवन की कार्यशैली से काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी के नेता नहीं शामिल हुए, लेकिन आज पार्टी के ही लोगों को राजभवन में आयोजित समारोह में शामिल होने से मना कर दिया गया। इस कार्य के लिए उन्होंने भाजपा को दोषी ठहराया है।