रांची। झारखंड में राज्य के सात जिलों- रांची, कोडरमा , हजारीबाग, चतरा पलामू दुमका और देवघर में कोविड-19 हेल्थ केयर फ्रंटलाइन वर्कर्स विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा। 21 दिनों में करीब 200 घंटे के प्रशिक्षण के बाद युवाओं को तीन महीने की ऑन जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इस फैसले के तहत, सभी राज्यों को डिजास्टर मैनेजमेंट 2005 के सुसंगत धाराओं- नियमों को शिथिल करते हुए स्वास्थ्य सेक्टर में 6 पाठ्यक्रमों के तहत आयोजित किए जाने वाले विशेष प्रशिक्षण के लिए संबंधित प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ करने को कहा गया है।
ये है उद्देश्य
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में केंद्रीय घटक के अंतर्गत स्वास्थ्य सेक्टर में कोविड-19 हेल्थ केयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, क्योंकि कोविड-19 की दूसरी लहर के दरमियान प्रशिक्षित हेल्थ केयर कर्मियों के अभाव की वजह से हेल्थ केयर सिस्टम पर अप्रत्याशित दबाव महसूस किया गया । ऐसे में तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर हेल्थ केयर सेक्टर को बेहतर बनाने की दिशा में फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है।
200 घंटे का होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
- यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम लगभग 200 घंटे और 21 दिनों में करीब 200 घंटे का है ।
- प्रशिक्षण के उपरांत 3 महीने की ऑन जॉब ट्रेनिंग जिला कौशल समिति की अनुशंसा में संबंधित जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल में दी जाएगी।
- केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।